बीते महीने 22 जुलाई 2019 को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने अपने एक मिशन चंद्रयान-2 को लॉन्च किया था जो सफल हुआ। इसरो की इस सफलता के बाद अब इसरो ने अपने उन्नत कार्टोग्राफी उपग्रह कार्टोसैट-3 के प्रक्षेपण की घोषणा कर दी है। इस बात की घोषणा स्वयं इसरो चेयरमैन के सिवन ने की है। उन्होने बताया कि इसरो का अगला प्रक्षेपण कार्टोग्राफी उपग्रह कार्टोसैट-3 होगा।

सूत्रों के अनुसार कार्टोसैट-3 दुनिया की सबसे ज्यादा सटीक सेटेलाइट कैमरा है जो अब तक किसी देश के पास नहीं है। इस सेटेलाइट की नजर इतनी पैनी है कि धरती पर खड़े इंसान की घड़ी में हो रहे समय की भी सटीक जानकारी देगा। इस सेटेलाइट के लांच होने के बाद हम पाकिस्तान में चल रहे आतंकी कैंप और वहां हो रही गतिविधियों पर भी नजर रख सकते है। साथ ही यह सेटेलाइट हमें असमय होने वाली प्राकृतिक आपदा की जानकारी भी देगा।

उपग्रह कार्टोसैट-3 का कैमरा इतना सटीक है कि वह अंतरिक्ष से ज़मीन पर 0.25 मीटर अर्थात 9.84 इंच की ऊंचाई तक की तस्वीरें स्पष्ट रूप से दिखा सकता है। रिकॉर्ड के अनुसार अभी तक किसी भी देश के पास इतनी शक्तिशाली कैमरे वाला सेटेलाइट नहीं है। अमेरिका की एक निजी स्पेस कंपनी डिजिटल ग्लोब का एक सेटेलाइट जियोआइ-1 “16.14 इंच” की ऊंचाई तक की तस्वीर ले सकता है। इसी कंपनी द्वारा निर्मित वर्ल्डव्यू-2 उपग्रह 18.11 इंच की ऊंचाई तक की तस्वीरें ले सकता है।

आज से 14 साल पहले भारत ने कार्टोसैट सीरीज की शुरुआत की थी। अब तक भारत 8 सेटेलाइट लॉन्च कर चुका है और अब कार्टोसैट-3 इस सीरीज का 9वां उपग्रह है। इसे पृथ्वी से 450 किमी दूर ऊपर की कक्षा में स्थापित किया जायेगा। पहली बार कार्टोसैट-15-11-2005 को लांच किया गया था और फिर 10 जनवरी, 2007 से 2018 के बीच करीब 7 ऐसे सेटेलाइट लॉन्च हो चुके है और अब कार्टोसैट-3 9वां उपग्रह है।