भारतीय अंतरिक्ष संस्थान (ISRO) ने आज आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा शहर में स्थित सतीश धवन स्पेस स्टेशन से रिसैट-2बीआर1 नाम का उपग्रह सफलता से प्रक्षेपित कर दिया गया है। बता दें कि इस भारतीय उपग्रह को पीएसएलवी-48 नामक रॉकेट के माध्यम से अंतरिक्ष में प्रक्षेपित किया गया।
आज बुधवार के दिन लॉन्च किये गए इस भारतीय उपग्रह के साथ नौ दूसरे देशों के उपग्रह को भी अंतरिक्ष में एक साथ पहुंचाया गया। भारत की तरफ से प्रक्षेपित की गई रिसैट-2बीआर1 उपग्रह दरअसल एक रेडार इमेजिंग अर्थ ऑब्जर्वेशन उपग्रह है जिसका भार 628 किलोग्राम है।
इस उपग्रह प्रक्षेपण के साथ ही भारतीय अंतरिक्ष संस्थान ने अंतरिक्ष की दुनिया में एक मील का पत्थर रखा है। यह प्रक्षेपण इसरो के लिए इसलिए महत्त्वपूर्ण है क्योंकि यह पीएसएलवी की 50वीं उड़ान है। श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस स्टेशन से प्रक्षेपित किया जाने वाला यह 75वां रॉकेट है।
बहरहाल रिसैट-2बीआर1 उपग्रह को इसरो ने कृषि, वन और आपदा प्रबंधन में सहायता उपलब्ध कराने के मकसद से तैयार किया। बताये गए सभी क्षेत्रों में इस उपग्रह से बहुत सारे लाभ मिलेंगे। इस भारतीय उपग्रह के साथ बाकी भेजे गए उपग्रहों में इजरायल, इटली, जापान का एक-एक और अमेरिका के छह उपग्रह शामिल रहे।
इसरो ने इस प्रक्षेपण पर बताया है कि "इन उपग्रहों का प्रक्षेपण न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड के साथ हुए व्यावसायिक करार के तहत किया गया है। स्पेस एजेंसी ने बताया कि रिसैट-2बीआर1 मिशन की उम्र पांच वर्ष है। रिसैट-2बीआर1 से पहले 22 मई को रिसैट-2बी का सफल प्रक्षेपण किया गया था।