इंदूर से इंदौर तक के सफर में इंदौर शहर में कई परिवर्तन हुए है। इंदौर में आज इतना विकास हो चूका है कि वो स्वच्छता में पुरे देश में प्रथम स्थान पर है। इंदौर का विकास आज हर क्षेत्र में अपने चरम पर है, जैसे शिक्षा, चिकित्सा, तकनीकी शिक्षा, चिकित्सीय शिक्षा, स्वच्छता इत्यादि। आइये जानते है इस शहर के बारे में।
इतिहास
इंदौर शहर की स्थापना 1715 में यहाँ के जमींदारों ने व्यापर का केंद्र बनाने के लिए की थी। इंदौर का पुराना नाम इंदूर था। पेशवा बाजीराव के इस शहर को मल्हाराव होल्कर को पुरस्कार के रूप में दिया था। मल्हाराव होल्कर ने पेशवा बाजीराव के लिए अनेक लड़ाई लड़ी और जीती थी इसके फलस्वरूप उन्हें ये शहर पुरस्कार के रूप में दिया गया था। मालवा के दक्षिण पश्चिम भाग पर प्रभुत्व करके इंदौर को अपनी राजधानी बनाया और होल्कर राजवंश की स्थापना की। मल्हाराव होल्कर की मृत्यु के बाद इस राज्य पर दो शासक हुए पर दोनों अयोग्य निकले अंत में इस राज्य पर एक ऐसी शासिका आयी जिसने कुशलता पूर्वक राज किया जिन्हे आज हम देवी अहिल्या के नाम से जानते है। माँ अहिल्या ने पुरे भारत में कई तीर्थ स्थानों पर मंदिर, घाट, कुओं, बावड़ियों का निर्माण करवाया। राज्य में कई मार्ग बनवाये। अपने राज्य की भलाई के लिए अहिल्या बाई होल्कर ने हर संभव प्रयास किया।
इंदौर का भूगोल
इंदौर शहर मध्यप्रदेश के पश्चिम व मालवा पठार के दक्षिण में स्थित है। ये शिप्रा नदी की सहायक नदियाँ खान (कान) व सरस्वती नदी पर स्थित है। यहाँ पर काली मिट्टी पायी जाती है। समुद्र तल से इसकी उचाई 553.00 है।
इंदौर शहर के दर्शनीय स्थल
इंदौर शहर के आस पास व इंदौर में भी कई दार्शनिक स्थल है। जैसे राजवाड़ा, लालबाग, शिवविलास पैलेस, गोपाल मंदिर, खजराना मंदिर, बिजासन माता मंदिर, प्राचीन गुप्तेश्वर महादेव मंदिर देवगुराड़िया, विभिन्न प्रकार के Shoping Complex, वाटर पार्क इत्यादि।
शहर के आस पास मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा अधिकृत कई दार्शनिक स्थल है। जैसे मांडवगढ़, महेश्वर, ओमकारेश्वर, उज्जैन के महाकालेश्वर, काल भैरव, सांदीपनि आश्रम, देवास का माँ चामुंडा मंदिर। शहर के आस पास कई पिकनिक स्पॉट्स है जो आपको प्राकृतिक नजारों के दर्शन कराते है। आइये विस्तार से इन सब जगह के बारे में…
- खजराना मंदिर :- माँ अहिल्या द्वारा बनाये गए इस प्राचीन मंदिर में भगवान श्री गणेश के साथ सभी भगवान के मंदिर है। आज इस मंदिर में समिति बना कर इसकी देख रेख की जा रही है। इस मंदिर का सोंदर्य का बखान शब्दों में करना बड़ा कठिन है।
- बिजासन माता मंदिर :- महाराज शिवाजीराव होल्कर द्वारा इस मंदिर का निर्माण 1760 में करवाया था। तंत्र साधना के लिए प्रसिद्ध मंदिर पहले एक चबूतरे पर स्थापित था बाद में इसका जीणोद्धार करवाया गया। चैत्र और शारदीय नवरात्र में देशभर से करीब 3 लाख लोग दर्शन करने को आते है।
- इंदौर शहर में Tresure Island Mall, C21 Mall, Tresure Island Next जैसे कई शॉपिंग काम्प्लेक्स है।
- गाँधी हॉल भवन का निर्माण 1904 में करवाया था। इसका नाम उस समय किंग एडवर्ड था और आजादी के बाद इसका नाम परिवर्तित करके महात्मा गाँधी मार्ग रखा गया। इस भवन में एक साथ 2000 लोगो के बैठने की व्यवस्था है। इस भवन का निर्माण भारतीय गोथिक शैली के अनुसार किया गया है।
- लालबाग पैलेस इंदौर की ऐतिहासिक और शानदार इमारतों में से एक है। शाही परिवार की मेजबानी के लिए महाराज शिवाजीराव होल्कर ने इस महल को बनवाया था। इसका सौन्दर्य भी अद्भुत है।
- राजवाड़ा :- इंदौर शहर के मध्य बने इस 7 मंजिला महल का निर्माण लकड़ी और पत्थरो से किया है। 1984 के दंगो में इस महल को आग लगा दी गयी थी उसके बाद इसका पुनः निर्माण किया था। आज भी इसके सौन्दर्य को बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास किये जा है।
इंदौर को चटोरा शहर के नाम से भी जाना जाता है क्योकि इस शहर में स्वाद के दीवाने बहुत है। इंदौर में खाने के लिए बहुत सारी जगह प्रसिद्ध है जैसे 56 दुकान, सराफा चौपाटी, विजय नगर चौपाटी इत्यादि। इंदौर के हर कोने आपको खाने के लिए बहुत कुछ मिलेगा। यहाँ पर मुख्यतः लोग पोहा, सेव, दाल बाटी जैसे व्यंजनों का सेवन करना ज्यादा पसंद करते है। देश के प्रसिद्ध सभी प्रकार के भोजन इंदौर शहर में उपलब्ध है। आइये आपको बताते है इंदौर शहर के प्रसिद्ध चौपाटी के बारे में।
- 56 दुकान इंदौर शहर की प्रसिद्ध चौपाटी है। यहाँ हर ख़ुशी के मोके पर लोग आते है, और लजीज व्यंजनों का लुत्फ़ उठाते है। यहाँ पर आपको देश भर के सभी व्यंजन अपने स्वाद के साथ मिलेंगे।
- सराफा :- इंदौर शहर की शान राजवाड़ा क्षेत्र में स्थित सराफा जहाँ दिन में सोने का व्यापर होता है। और रात को जो चौपाटी सजती है उसकी व्याख्या शब्दों में करना कठिन है। सराफा के व्यंजनों का स्वाद बहुत ही उत्तम है।
इंदौर शहर पहुंचने के लिए देश के हर बड़े शहर से सीधे बस, ट्रैन व हवाई जहाज की सुविधा उपलब्ध है। बहुत जल्द इंदौर शहर से अंतराष्ट्रीय हवाई सेवा भी शुरू होने वाली है।