कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले की जवाबी कार्यवाही में भारतीय वायुसेना ने 26 फ़रवरी को सुबह तड़के पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर से आगे पाकिस्तान में घुसकर बालकोट में स्थित जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानो पर हमला कर दिया था। इस हमले से वहां पर मौजूद जैश के कंट्रोल रूम के साथ साथ जैश के कई ट्रेनिंग कैंप को पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया । अब एक सर्वे में बताया जा रहा है की मोदी सरकार के आदेशों पर कराये गए इस हमले का लाभ चुनावों में मोदी को मिल सकता है।
इस मुद्दे पर एक्सिस माई इंडिया ने इंडिया टुडे के लिए करवाए गए एक सर्वे “पॉलिटिकल स्टॉक एक्सचेंज” (PSE) का निष्कर्ष कुछ इस तरह रहा। इस सर्वे में भाग लेने वाले लोगो में 68 फीसदी लोगो का मानना है कि भारत सरकार द्वारा बालाकोट में करवाए जवाबी हमले का 2019 के आम चुनाव में फायदा मिलेगा। वही 13 फीसदी लोगों के जवाब के अनुसार मोदी सरकार को इसका चुनाव में कोई फायदा नहीं मिलेगा। सर्वे में 19 फीसदी लोगो की इस विषय पर कोई मत नहीं है।
सर्वे में भाग लेने वाले लोगो से जब पूछा गया कि जो भारत द्वारा जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानो पर की गई कार्यवाही हुई है उसपर आपकी क्या राय है तो 44 फीसदी लोगों ने प्रधांनमंत्री नरेंद्र मोदी को इसका श्रेय दिया। वही 40 फीसदी लोगों ने इस कार्यवाही के लिए भारतीय वायुसेना को श्रेय दिया।
सर्वे में प्रतिभागियों से पूछा गया कि क्या पुलवामा में हुए आतंकी हमले के जवाब में बालाकोट पर हुए हमले जैसे और भी हमले पाकिस्तान पर करने चाहिए? तो 41 फीसदी लोगों का कहना है जब तक आतंकवाद ख़त्म नहीं हो जाता तब तक इस तरह के हमले होते रहने चाहिए। वही दूसरी ओर 33 फीसदी लोगों का मानना है कि बालाकोट की कार्यवाही पर्याप्त है। सर्वे में मौजूद 12 फीसदी लोगों की इस पर कोई स्पष्ट राय नहीं है।
सर्वे में पूछा गया पाकिस्तान से क्रिकेट और कूटनीतिक बातचीत हो या फिर न हो? तो इस पर क्रिकेट पर 71 फीसदी लोगों का मानना है कि पाकिस्तान के साथ वर्ल्ड कप नहीं खेला जाना चाहिए वही दूसरी तरफ 26 फीसदी लोगों का मत है कि पाकिस्तान के साथ वर्ल्ड कप खेलना चाहिए।
कूटनीति पर 74 फीसदी लोगों का मानना है पाकिस्तान से किसी भी प्रकार की कोई राजनैतिक और कूटनीतिक वार्तालाप नहीं करनी चाहिए। 23 फीसदी लोग पाकिस्तान से वार्तालाप के समर्थन में है। 3 फीसदी लोगों की इस पर कोई राय नहीं है।
सर्वे में पुलवामा पर हो रही राजनीति के सम्बन्ध में भी प्रश्न पूछे गए जिस पर 24 फीसदी लोगों का मानना है कि कांग्रेस द्वारा इस मुद्दे पर राजनीति की जा रही है। 17% लोगों के अनुसार भाजपा इस मुद्दे पर राजनीति कर रही है। वहीं 11% लोगों ने पूरे विपक्ष को इस मुद्दे पर राजनीति करने का जिम्मेदार माना है। टीएमसी, पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस को भी 1-1 फीसदी लोगो के अनुसार राजनीति करने के लिए जिम्मेदार माना गया है। 45% लोगों की इस पर कोई स्पष्ट राय नहीं है।