आतंकवादियों के गढ़ पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए भारत सरकार ने कड़े फैसले लिए है। अभी तक भारत जो पाकिस्तान पर दरियादिली दिखा रहा था अब सरकार ने उसे बंद करने का फैसला लिया है। जहाँ पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए आर्थिक, कूटनीतिक और सैन्य स्तर पर हर तरह से कदम उठाये जा रहे हैं वहीं इस बीच भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ एक बहुत सख्त कदम उठाया है। अब सिन्धु जल संधि के तहत पाकिस्तान को दिया जाने वाला पानी भारत हर हाल में उसे देने से रोक के रहेगा। पानी के लिए तरसाकर पाकिस्तान को ठीक करने का ये बहुत अच्छा कदम सरकार द्वारा उठाया गया है।

अब तक पाकिस्तान को भारत के हिस्से की तीन नदियों का पानी सिर्फ भारत की दरियादिली के कारण मिलता आ रहा था, परन्तु अब रावी, व्यास और सतलज तीनों नदियों का जल डायवर्ट कर दिया जायेगा। पाकिस्तान के बदले यह पानी जम्मू-कश्मीर और पंजाब को दिया जायेगा। इन तीनों नदियों पर बने प्रोजेक्ट्स की मदद से पंजाब और जम्मू-कश्मीर की नदियों में इस पानी को प्रवाहित किया जायेगा। इसके साथ ही एक अन्य प्रोजेक्ट की मदद से रावी नदी के पानी को स्टोर करके अतिरिक्त पानी को अन्य राज्यों में प्रवाहित किया जायेगा।

सरकार द्वारा लिया गया यह निर्णय बहुत सराहनीय है। इस निर्णय के बाद पाकिस्तान की कई परियोजना अटक सकती है क्योंकि पाकिस्तान की खेती और बिजली की कई परियोजनाएं सिंधु के जल पर निर्भर है। केंद्रीय जल संसाधन नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट कर कहा है कि पाकिस्तान का पानी रोक कर यमुना में लाया जाएगा इसके लिए भारत के अधिकार वाली तीन नदियों के लिए प्रोजेक्ट तैयार कर लिया गया है सिंधु जल का भारत का जो हिस्सा पाकिस्तान जा रहा था उसे वह भारत के लोगों के उपयोग के लिए मोड़ेगे।