आजकल बच्चियों को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने कई योजनाएं चलायी है। बच्चियों के उज्जवल भविष्य के लिए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा मंडल (सीबीएसई) पिछले कुछ सालों से एक बहुत ही प्रभावी योजना चला रही है। इस योजना के तहत यदि परिवार में एक बच्ची है तो उसकी शिक्षा निशुल्क हो जाती है और यदि दो बच्चियां हैं तो उस आधार पर उसमें से एक की शिक्षा निशुल्क रहेगी और दूसरे की 50 फीसदी शुल्क ली जाएगी।    

इस सुविधा का लाभ छात्रा को पहली में प्रवेश पर मिल सकेगा या फिर छठी कक्षा से प्रवेश अनिवार्य रहेगा। इसकी घोषणा कुछ साल पहले हुई थी और इसका क्रियान्वयन स्कूलों में शुरू हो गया है। लेकिन अभी भी प्राइवेट स्कूल जिला शिक्षा अधिकारी दफ्तर से आने वाले आदेश की प्रतीक्षा कर रहे है।

हालाँकि अपने विभागीय वेबसाइट पर सीबीएसई ने इस आदेश को अपलोड भी कर दिया है। यह आदेश समस्त जिला शिक्षा अधिकारियों को भी दिया जा रहा है। इसके सम्बन्ध में डीईओ भी अंतिम आदेश देंगे। केंद्रीय विद्यालय के स्कूलों में भी यह नियम लागु है। लेकिन इसमें बस की फीस अभिवावको को देनी होगी। इसका लाभ उन लोगो को नहीं मिलेगा जिनके एक बेटा और एक बेटी है।  

इस योजना का लाभ लेने के लिए निर्धारित नियमों के मुताबिक जरूरी दस्तावेज़ प्रदान करना अनिवार्य है।

इस योजना के नियम निम्न है

  • बच्ची का प्रवेश पहली या छठवीं कक्षा में होना चाहिए। 6वी से लेकर 12 वीं तक योजना लागू रहेगी।
  • अभिभावकों को इसके लिए स्कूल में एक या दो बेटी होने का शपथ पत्र देना अनिवार्य है और शपथ पत्र में जिला मजिस्ट्रेट का हस्ताक्षर होना अनिवार्य है।
  • शपथ पत्र कलेक्टरेट में ही बनेगा।