लोकसभा चुनाव 2019 आने में कुछ ही समय रह गया है। सभी राजनैतिक पार्टियाँ रैली और सभा करवा कर अपना प्रचार कर रही है। चुनाव के समय सरकार के सामने कई चुनौतियाँ आ रही है। खासकर जम्मू कश्मीर में जहाँ पुलवामा हमले के बाद से लगातार आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हो रही है। इस मुठभेड़ में सेना के जवानों ने कई सारे आतंकियों को मार गिराया है। हालाँकि इस मुठभेड़ में हमारे भी कई जवान घायल हुए हैं।

रिपोर्ट के अनुसार पिछले 48 घंटों में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच कई मुठभेड़ हुए थी। जिसमे करीब 7 आतंकवादियों को मार गिराया गया। इस तरह पिछले तीन महीने में 48 आतंकियों को सुरक्षा बल मौत के घाट उतार चुके हैं। इनमें जैश के अलावा स्थानीय आतंकी भी शामिल हैं।

आतंकी हमलों के कारण कश्मीर के लोग डरे हुए है। जिसके कारण सुरक्षाबल आम कश्मीरियों को समझा रहे हैं कि उनके विकास और बेहतरी के लिए चुनाव प्रक्रिया में भाग लेना जरूरी है। किसी से डरने की जरूरत नहीं है। सुरक्षा बल से जुड़े एक अधिकारी ने कहा कि आम लोग चुनावों में दिलचस्पी ले रहे हैं लेकिन भय और दहशत का माहौल खत्म करना सुरक्षा बलों की ज़िम्मेदारी है और हम इस अभियान में जुटे हैं।

सुरक्षा एजेंसी से जुड़े सूत्रों ने कहा कि चुनाव के दौरान आतंकवादी गुट अलगाववादी नेताओं के साथ मिलीभगत करके बड़े पैमाने पर हिंसा की साज़िश रच रहे हैं। वे लोगो को चुनाव से दूर रखने की कोशिश कर रहे है। इस पर सुरक्षाबल ने घाटी के इलाकों को अलर्ट कर दिया है और सर्च ऑपरेशन के जरिए आतंकी व अलगाववादी गुटों की गतिविधि खंगाली जा रही है। जिन पर शक हो रहा है उन्हें हिरासत में लिया जा रहा है।