जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले की निंदा सभी देशों द्वारा की जा रही है। साथ ही इसे ख़त्म करने के लिए भी सभी देश एक साथ है। भारत भी इस हमले के बाद से चुप नहीं बैठा है। भारत ने इसके लिए पाकिस्तान को सबक सिखाने की ठान ली है जिसके चलते उसने कई तरह की कार्यवाही भी शुरू कर दी है।

भारत के इस तरह के सख्त रुख को देखकर पाकिस्तान डर गया है जहाँ वह आये दिन भारत को धमकियां देता था। वही अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के सुर अब बदल गए है। अब वह शांति को बनाए रखने के लिए भारत से एक मौका मांग रहा है।

रविवार की बैठक में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से  'शांति लाने' के लिए एक मौका देने की मांग की है। साथ ही यह भी कहा है की वे अपने शब्दों पर कायम रहेंगे और अपने दिए गए वचनों को निभाएंगे। यदि भारत पुलवामा में हुए हमले के 'कार्रवाई करने योग्य सुबूत' प्रदान करता है तो वह इसके लिए तत्काल उपयुक्त कदम भी उठाएंगे। अब इमरान की इस बात में कितनी सच्चाई है यह तो सभी को पता ही है। इससे पहले पाकिस्तान ने कई बार साबुत मांगे थे जिसे भारत ने दिया भी था लेकिन आजतक उन पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है।

जानकारी दे दे की पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का उपरोक्त बयान तब आया है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान में एक रैली को संबोधित किया और कहा की 'आतंकवाद के विरुद्ध पूरी दुनिया में आम सहमति है इसलिए आतंकवाद के दोषियों को दंड देने के लिए हम मज़बूती से आगे बढ़ रहे हैं। इस बार हिसाब होगा और बराबर होगा। यह बदला हुआ भारत है, इस दर्द को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हम जानते हैं आतंकवाद को कैसे कुचलना है।'