सोमवार को जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन के लिए कई अहम फैसले लिए गए है। लेकिन कांग्रेस सरकार  के इस फैसले का विरोध कर रही है।  आज लोकसभा में जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल पर बहस चल रही है।  इसी दौरान लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने अनुच्छेद 370 पर कुछ ऐसा पूछ लिया कि संसद में उनका मजाक बन गया।

अमित शाह ने कहा, 'इस मामले में कांग्रेस को अपना रुख साफ करना चाहिए। कांग्रेस बताए कि क्या कश्मीर को संयुक्त राष्ट्र (यूएन) मॉनिटर करे।'

बता दें कि लोकसभा में जम्मू-कश्मीर राज्य पुनर्गठन विधेयक को लेकर तीखी नोंक-झोक हुई। यह तीखी नोंक-झोक गृह मंत्री अमित शाह और लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी के बीच हुई।  जम्मू कश्मीर पुनर्गठन विधेयक को पहले गृह मंत्री ने सदन के पटल पर पेश किया। फिर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने अपनी राय सदन में रखना शुरू किया।

अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि केंद्र सरकार ने रातों-रात नियम कायदों को ताक पर रखकर जम्मू कश्मीर के टुकड़े कर दिए और इसे केंद्र शासित प्रदेश बना दिया। अमित शाह, अधीर रंजन चौधरी के इस बयान पर भड़क गए। इसके जबाब में  अमित शाह ने कहा कि सरकार ने कौन सा नियम तोड़ा है अधीर रंजन ये बताएं, सरकार उसका जवाब देगी।

अमित शाह ने यह भी कहा कि कांग्रेस नेता को जनरल स्टेटमेंट नहीं देना चाहिए। इसके उत्तर में अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि अभी आपने कहा कि कश्मीर अंदरूनी मामला है, परन्तु यहां अभी भी 1948 से संयुक्त राष्ट्र मॉनिटरिंग करता आ रहा है।

इस पर अमित शाह ने अधीर रंजन चौधरी को टोका और कहा कि, "आप ये स्पष्ट कर दें कि ये कांग्रेस का स्टैंड है कि संयुक्त राष्ट्र कश्मीर को मॉनिटर कर सकता है।" शाह  के इतना बोलते ही सदन में जमकर हंगामा शुरू हो गया।