चुनावों में नेताओं की जबान फिसलने के मामले में अब शिवराज सिंह चौहान का भी नाम आ गया है। जब उन्हें छिंदवाड़ा में अपने हेलिकॉफ्टर को उतारने की अनुमति नही मिली तो उन्होंने बंगाल की ममता बनर्जी और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कलेक्टर को चुनौती देते हुए कह दिया कि ये पिट्ठू हैं। उन्होंने यह भी कह दिया “सुन ले रे! हमारा भी समय आएगा तब तेरा क्या होगा?” जब शिवराज सिंह के इस बयान की आलोचना होने लगी तो वे अब सफाई दे रहे हैं।

बुधवार के दिन छिंदवाड़ा जिले के चौरई कस्बे में शिवराज सिंह एक चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। जिला प्रशासन ने उनके खिलाफ सख्ती दिखाई और उनके हेलिकॉफ्टर को 5 बजे से पहले ही रवाना कर दिया। उन्होंने अपनी जनसभा में प्रशासन पर कमलनाथ के दबाव में काम करने का आरोप लगाया। उनके शब्द कुछ इस प्रकार थे “बंगाल में ममता दीदी, वह नहीं उतरने दे रही थी। ममता दीदी के बाद कमलनाथ दादा...आ गए। अरे भाई सत्ता के नशे में ऐसे चूर मत हो। ये पिट्ठू कलेक्टर सुन ले रे, हमारे दिन भी आएंगे, तब तेरा क्या होगा।”

पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जिलाधिकारी पर आरोप लगाया कि उनकी चुनावी सभाओं को प्रभावित करने के लिए उन्हें हेलिकॉफ्टर का प्रयोग नही करने दिया गया। उन्होंने कहा कि उन्हें 5 बजे के बाद हेलिकॉफ्टर के प्रयोग से रोका गया। भाजपा ने इस संबंध में छिंदवाड़ा कलेक्टर की शिकायत चुनाव आयोग से की है।

शिवराज सिंह के इस बयान के बाद कांग्रेस उनको घेरने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस इस बारे में चुनाव आयोग में शिकायत करने का मन बना चुकी है। उनका आरोप है कि शिवराज सिंह चौहान ने अपने भाषण में जिला प्रशासन को धमकाने की कोशिश की है। गौरतलब है कि छिंदवाड़ा में मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ कांग्रेस की तरफ से उम्मीदवार हैं। सीधी, जबलपुर, मंडला, शहडोल और बालाघाट के साथ छिंदवाड़ा में भी 29 अप्रैल को मतदान होना है।