मध्यप्रदेश के कांग्रेस सरकार को एक वर्ष पूर्ण होने वाला है। कांग्रेस पार्टी का दावा है कि पूरा प्रदेश विकास की ओर अग्रसर है। प्रदेश के सभी क्षेत्रों में स्वास्थ, शिक्षा जैसी सभी व्यवस्था सही तरीके से चल रही है। परन्तु कुछ तस्वीरें इन सब दावों की पोल खोल रही है।

दरअसल कुछ समय पहले विदिशा के ग्यासपुर और छतरपुर के सरकारी अस्पतालों की कुछ तस्वीरें सामने आयी थी जिसमे साफ़ दिख रहा था कि मध्यप्रदेश के अस्पतालों की क्या स्थिति है और अब राजगढ़ जिले से भी कुछ ऐसी ही तस्वीरें सामने आ रही है।

ग़ौरतलब है कि राजगढ़ के कुरावर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कुछ महिलाएं नसबंदी का ऑपरेशन करवाने आई थीं और इन महिलाओं के ऑपरेशन के बाद अस्पताल की सफाई का कहकर इन्हें भारी ठंड में वार्ड से बाहर खुले आसमान के नीचे जमीन पर लेटा दिया गया था। घटना के बाद मरीज और उसके परिजन ठंड में ठिठुरते रहे परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर आरोप लगाया है कि उन्हें बेड नहीं दिया गया जिसके कारण उन्हें जमीन पर लेटना पड़ा था।

इस पूरे मामले में राजगढ़ की जिलाधिकारी निधि निवेदिता ने इसे लापरवाही मानते हुए सीएमएचओ से रिपोर्ट तलब की है। जिलाधिकारी ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा "मामले की जांच कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए सीएमएचओ से रिपोर्ट भी मंगवाई जाएगी।"

जानकारी दे दें कि ऑपरेशन के बाद अगर मरीज का बिस्तर ज़मीन पर लगाया जाता है तो धूल- मिट्टी के संपर्क में आने से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। यह गाइडलाइन भी है कि ऑपरेशन के बाद मरीज को बेड पर ही रखा जाये। यहाँ तक की डॉक्टर मरीज को 24 घंटे तक निगरानी में रखते है।