आज महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी क्षमता से अधिक कार्य कर रही है। ऐसा ही कुछ सिद्ध किया है गुजरात के एंटी टेरेरिस्ट स्क्वॉड की महिला टीम ने। इस टीम में शामिल चार महिला अफसरों ने गुजरात के बाटोद के पास स्थित घने जंगल में रात को करीब डेढ़ किलोमीटर चलकर 20 से अधिक हत्याओं और लूट के आरोपी को पकड़ लिया।

इस कुख्यात अपराधी का नाम जुसब अल्लारखा सांध है। जो लूट और हत्या जैसी घटना को अंजाम देने के बाद बोटाद के घने जंगल में छिप जाता था। जुसब अल्लारखा के ऊपर जूनागढ़ पुलिस थाने में करीब 20 से अधिक हत्या और लूट के प्रकरण दर्ज हैं। जूनागढ़ की स्थानीय पुलिस भी इसे पकड़ने के लिए बहुत समय से प्रयास कर रही थी। जुसब अल्लारखा इतना शातिर अपराधी था कि वह पकड़ा न जाए इस डर से अपने पास न तो मोबाईल फ़ोन रखता था और न ही कोई गाड़ी रखता था।

हाल में ही ATS की टीम को सूत्रों के माध्यम से खबर मिली थी कि बोटाद के जंगल में किसी प्रकार की गैर कानूनी गतिविधियाँ हो रही हैं, जिसमें गुजरात के कई नामी बदमाश भी शामिल हैं। सूत्रों ने यह भी बताया था कि उनके पास कई प्रकार के हथियार भी हो सकते है। इसके बाद गुजरात एटीएस के डीआईजी हिमांशु शुक्ला ने एक टीम का गठन किया जिसमे 4 महिला पुलिस इंस्पेक्टर संतोक बेन, नितमिका, अरुणा बेन और शकुंतला बेन को शामिल किया गया था। इस टीम के साथ एक पुलिस अफ़सर जिग्नेश अग्रावत को भी नियुक्त किया जो इस टीम के सामने आने वाली किसी भी विपरीत परिस्थितियों में सहायता प्रदान करते।

बता दें कि महिला टीम को सूत्रों द्वारा बताई गई जगह पर पहुंचने के लिए रात को घने जंगलों में करीब डेढ़ किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ा था। सूत्रों द्वारा बताई जगह पर पहुँच कर टीम उसके ठिकाने में छिप गई और सुबह होने का इंतजार करने लगी। जैसे ही सुबह अपराधी अपने ठिकाने से बाहर आया महिला पुलिस ने उसे पकड़ लिया।