भारत की खुफिया एजेंसियों से जानकारी मिली है कि नेपाल के रास्ते कुछ आतंकियों के गोरखपुर होते हुए भारत में घुसने की कोशिश कर रहे है। जिसके बाद से गोरखपुर व आसपास के जिलों में सतर्कता बढ़ा दी गई है। खबरो के अनुसार इन आतंकियों को गोरखपुर में प्रवेश कराने में नेपाल में ठिकाना बनाए लश्कर आतंकी मो. उमर मदनी का हाथ है। मार्च और मई में मो. उमर मदनी ने नेपाली मूल के एक युवक के साथ गोरखपुर, अयोध्या और वाराणसी की यात्रा कर महत्वपूर्ण स्थानों की रेकी की। खुफिया एजेंसियों को इन शहरों में रुककर उसके कुछ लोगों से मिलने की भी सूचना प्राप्त हुई है।
15 साल पहले लश्कर आतंकी मो.उमर मदनी दिल्ली में अमेरिकी डालर और पाकिस्तान में छपी पांच लाख रुपये की जाली भारतीय मुद्रा सहित गिरफ्तार हुआ था। उस वक्त खुफिया एजेंसियों ने बताया था कि मदनी टेरर फंडिंग के लिए, रुपये लेकर भारत आया था। उसे 10 साल की सजा सुनाई गई थी। उसकी सजा वर्ष 2016 में पूरी हुई थी। नेपाल में जनकपुर जिले के बलकटवा में जेल से छूटने के बाद उसने अपना ठिकाना बना लिया है। खबर है कि वहीं से भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने हेतु स्लीपिंग माड्यूल तैयार करने में लगा है।
बता दे कि गोरखपुर शहर के गोलघर में 22 मई 2007 की शाम को 7 बजे पांच-पांच मिनट के अंतराल पर एक के बाद एक 3 ब्लास्ट हुए थे। इसमें दर्जन भर से ज्यादा लोग घायल हुए थे। एसटीएफ ने इस घटना में शामिल एक आंतकी को सिद्धार्थनगर में नेपाल सीमा से और दो को बाराबंकी जिले से गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान उन्होंने वर्ष 2007 में ही प्रदेश के 3 शहरों की कचहरियों में हुए सीरियल ब्लास्ट को भी अंजाम देने की बात स्वीकार की थी।