हम सभी ने अक्सर फिल्मों में देखा है की फ्रॉड बैंक अपने कस्टमर्स को दुगने पैसे देंने के लालच में उनसे पैसे ले लेती हैं और उनका पैसा लेकर फरार हो जाती है। क्या आपने सुना है असल में ऐसा कुछ हुआ है ? जी हाँ, हाल ही में ऐसी घटना बेंगलुरु में घटी है। हुआ यूँ की आई मॉनेटरी अडवाइजरी (IMA) के नाम से इस्लामिक बैंक चलाने वाले मोहम्मद मंसूर खान ने लोगों को बड़े रिटर्न का वादा किया था। बेहतर रिटर्न के नाम पार लोगो से करोड़ों रुपये जमा करवाए और अब वह देश छोड़कर भाग गया।

आपको बता दें की साल 2006 में मंसूर खान ने आई मॉनेटरी एडवायजरी नाम से एक इस्लामिक बैंक और हलाल निवेशक कंपनी को शुरू किया था। जिसने अपने संचालन को पोंजी स्कीम में बदलने से पहले हर महीने 14 फीसदी से 18 फीसदी तक रिटर्न का वादा किया था। इसके ज्यादातर निवेशक मुस्लिम समुदाय के लोग हैं। इस दौरान उसने मुस्लिम समुदाय से 1500 करोड़ रुपये जमा कर लिए थे। मंसूर खान ने मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं के जरिए उन तक पहुंच बनाने का हर हथकंडा अपनाया।

मंसूर की बैंक में 10,000 निवेशक है जिन्होंने करोड़ों का निवेश कर रखा था। मंसूर खान ने अपनी पोंजी स्कीम का प्रचार करने के लिए स्थानीय मौलवियों और मुस्लिम नेताओं का साथ लिया था। आपको बता दें की इस इस्लामिक बैंक में निवेश करने वालो को कुरान भेंट में दी जाती थी। शुरुआत में निवेश करने वालो को बड़े रिटर्न दिए जाते थे। बता दें की मंसूर के खिलाफ पहली शिकायत उसके बिज़नेस पार्टनर ने की। उसने मंसूर पर 4.8 करोड़ रुपये की ठगी का आरोप लगाया था।

इसके 24 घंटे बाद ही मंसूर का एक ऑडियो क्लिप वायरल हो गया जिसमें वह सूइसाइड करने की बात कह रहा था। यह ऑडियो क्लिप सुनकर लोगों ने पुलिस में शिकायत की लेकिन तब तक मंसूर भाग चुका था। पुलिस के मुताबिक मंसूर दुबई चला गया है।