पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड और जैश-ए- मोहम्मद आतंकी संगठन चलाने वाले मसूद अजहर के खिलाफ एक और कामयाबी मिली है।बता दे कुछ दिन पहले चीन की वजह से भले ही मसूद अजहर संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में ग्लोबल आतंकी घोषित होने से बच गया है।चीन के इस कदम के बाद सभी देशों ने अपना गुस्सा जाहिर किया है। लेकिन फ्रांस सरकार आतंकवादी मसूद अजहर के खिलाफ एक बड़ी करवाई की है।

ग्लोबल आतंकी घोषित होने से बच जाने पर फ्रांस सरकार ने फैसला लिया है की वो मसूद अजहर की संपत्तियां जब्त करेगी। फ्रांस सरकार की यह अभी तक सबसे बड़ी करवाई मानी जा रही है। फ्रांस सरकार के गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय द्वारा जारी संयुक्त बयान में कहा गया है कि फ्रांस मसूद को यूरोपियन यूनियन की आतंकवादी सूची में शामिल करने को लेकर बात करेगा।आगे फ्रांस ने बयान देते हुए कहा -, ‘हमने मसूद अज़हर पर राष्ट्रीय स्तर का प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है. उसके सभी मौद्रिक और वित्तीय कोड (जिनके जरिए वह लेन-देन करने में सक्षम होता है) तथा उसकी सम्पतियों को ज़ब्त किया जा रहा हैं।इसके अलावा पाकिस्तान पर भी मसूद अजहर को लेकर करवाई करवाने का दवाब लगातर बढ़ता जा रहा है।

फ्रांस ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई का समर्थन करते हुए कहा है कि वह उसकी सारी संपत्तियां जब्त करेगी। फ्रांस ने कहा कि आतंकवाद के साथ लड़ाई में वह हमेशा भारत के साथ है।चीन के वीटो द्वारा बचाए जाने पर अमरीकी सरकार ने बयान दिया की यदि चीन अजहर को आगे भी यूएन में बचाता है तो सुरक्षा परिषद के जिम्मेदार सदस्यों को मजबूरन कोई दूसरा कदम उठाना पड़ सकता है, जो नहीं होना चाहिए।

आतंकवादी मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित से चीन ने चौथी बार वीटो का इस्तेमाल करते हुए बचा लिया है। बता दे इसके पहले भी चीन ने 2009, 2016 और 2017 में भी मसूद अजहर पर बैन के खिलाफ वीटो का इस्तेमाल किया था।