आज से ठीक 11 साल पहले यानी 26 नवंबर 2008 को लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकवादियों ने मुंबई में कई स्थानों पर आतंकी हमला किया था। यह भारत के इतिहास का वो काला दिन है जिसे कोई भूल नहीं सकता। इस काले दिन पर आज हम आपको शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे का एक बयान बताते है जिसमे उन्होंने कहा था 26/11 हमले के बाद राहुल गांधी अपने लोगों के साथ पार्टी में शामिल थे।

उद्धव ठाकरे का यह बयान फ़रवरी 2010 का है। इस बयान को 9 साल होने को आए है। बयान ये था “राहुल गांधी ने 26/11 मुंबई हमलों में वीरगति को प्राप्त हुए जवानों का तिरस्कार किया है। उन्होंने देश के लिए अपनी जान न्योछावर कर देने वाले हेमंत करकरे, अशोक कामटे, तुकाराम अम्बोले और विजय सालस्कर जैसे मराठा पुलिसकर्मियों की बहादुरी का अपमान किया है। उन्होंने एनएसजी के मेजर संदीप उन्नीकृष्णन को अपमानित किया है। जब मुंबई में हमला हुआ, तब राहुल कहाँ थे?”

मुंबई हमले के तुरंत बाद राहुल गांधी दिल्ली के ग्रामीण इलाक़े में स्थित एक फार्म हाउस में पार्टी कर रहे थे। बता दें की ये राहुल के सहपाठी समीर शर्मा की शादी की पार्टी थी। इस पार्टी में 800 लोग मौजूद थे और यह पार्टी सुबह 5 बजे तक चली थी। जहाँ एक तरफ पूरा देश दुःख मना रहा तभी राहुल गांधी सब कामकाज छोड़कर पार्टी में मस्त थे।

26/11 हमले में 160 से ज्यादा लोग मारे गए थे और 300 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। उस समय यूपीए-1 की सरकार थी। राहुल गांधी कॉंग्रेस के महासचिव थे। मनमोहन सिंह देश के प्रधानमंत्री थे। सोनिया गांधी सरकार की सर्वेसर्वा थीं, कॉंग्रेस की अध्यक्ष थीं।