अहमदाबाद शहर के दक्षिण-पश्चिम में 100 किलोमीटर की दूरी पर एक स्मार्ट सिटी का निर्माण कार्य जोरों पर है। इसे धोलेरा स्पेशल इनवेस्टमेंट रीजन के नाम से जाना जाता है। गुजरात सरकार ने इसके लिए विधायी ढांचा तैयार कर लिया है। विशेष क्षेत्र अधिनियम 2009 के अंतर्गत धोलेरा स्पेशल इनवेस्टमेंट रीजन या DSIR के लिए क्षेत्रीय विकास प्राधिकरण की स्थापना की गई है।

इस प्राधिकरण को धोलेरा स्पेशल इन्वेस्टमेंट रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी नाम (DSIRDA) दिया गया है। DSIRDA को इस क्षेत्र के लिए योजना और निर्माण की पूरी  ज़िम्मेदारी सौंपी गई है। इस प्रोजेक्ट को लागू करने के धोलेरा इंडस्ट्रियल सिटी डेवलपमेंट के नाम से केंद्र सरकार और गुजरात सरकार के बीच SPV बनाया गया है। DMIC प्रोजेक्ट में डेवलपमेंट को स्थापित करने, प्रमोट करने और सुविधा उपलब्ध कराने के लिए दिल्ली मुंबई औद्योगिक गलियारा विकास निगम लिमिटेड (DMICDC) को भी इससे जोड़ा गया है।  

धोलेरा स्मार्ट सिटी को अहमदाबाद, बड़ौदा, राजकोट और भावनगर के बीच में विकसित किया जा रहा है। ये प्रधानमंत्री मोदी का बहुत महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है। उन्होंने अपने भाषण में कहा था कि धोलेरा स्मार्ट सिटी दिल्ली से दो गुना और शंघाई से 6 गुना बड़ी होगी। यहाँ सभी सुविधाएँ उपलब्ध होंगी। ये पूरा क्षेत्र 920 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में विकसित किया जा रहा है।

धोलेरा औद्योगिक शहर का अपना आत्मनिर्भर इकोसिस्टम होगा जिसमें औद्योगिकरण, सार्वजनिक सुविधाओं और लॉजिस्टिक्स ढांचा, सामाजिक ढांचा, शिक्षा, स्वास्थ्य और दूसरी सार्वजनिक सेवाओं के जरिये आर्थिक गतिविधियों के प्रेरक तत्व उपलब्ध होंगे।

गुजरात सरकार के सहयोग से DMICDC के द्वारा उच्च स्तरीय जीवन की गुणवत्ता और विश्वस्तरीय बुनियादी ढाँचे का इस्तेमाल करते हुए आर्थिक और सामाजिक रूप से संतुलित अत्याधुनिक शहर के निर्माण की योजना बनाई है। इसमें सतत शहरी परिवहन तंत्र और नज़दीकी शहरों और बाकी देश से कनेक्टिविटी को भी विकसित किया जायेगा।

यह स्मार्ट सिटी अहमदाबाद से 6 लेन एक्सेस कंट्रोल्ड एक्सप्रेस-वे और मेट्रो रेल के जरिये जुड़ी होगी। इसके द्वारा दोनों शहरों के बीच परिवहन और आवागमन बहुत सुगम हो आएगा। DSIR के उत्तर-पूर्व में एक अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा भी विकसित किया जा रहा है। इस हवाई अड्डे का निर्माण धोलेरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट कंपनी लिमिटेड (DIACL) के द्वारा किया जा रहा है।

रक्षा, विमानन, इलेक्ट्रॉनिक्स, उच्च तकनीक उभरती प्रौद्योगिकियां, फार्मास्यूटिकल्स और जैव प्रौद्योगिकी, भारी इंजीनियरिंग, ऑटो और ऑटो सहायक, सामान्य विनिर्माण, कृषि और खाद्य प्रसंस्करण, धातु और धातु उत्पाद, आदि के लिए धोलेरा एक उच्च क्षमता वाले क्षेत्र के रूप में देखा जा रहा है। धोलेरा एक प्रदूषण मुक्त शहर होगा। यहाँ स्वच्छ, हरे और सतत शहरी विकास को प्रोत्साहन दिया जायेगा जिससे यह क्षेत्र और देश के विकास में बड़ा योगदान देगा।

गुजरात सरकार और DSIRDA ने टाउन प्लानिंग स्कीम्स (TPS) की व्यवस्था को अपनाया है ताकि निजी क्षेत्र और स्थानीय लोगों को लाभ मिल सके। TP योजनायें गुजरात टाउन प्लांनिग एंड अर्बन डेवलपमेंट एक्ट, 1976 के तहत लागू की जाती हैं।  DSIR में निर्माणाधीन क्षेत्र को 6 टाउन प्लानिंग योजनाओं में विभाजित किया गया है। पहले चरण (phase-1) में योजना 1 व योजना 2 का विकास किया जायेगा। जल निकासी, पानी की आपूर्ति, अपशिष्ट/गंदा पानी निकास, पुनर्नवीनीकरण जल, विद्युत, दूरसंचार और पीएनजी जैसी सेवाओं को उपलब्ध कराने के लिए सड़क के समानांतर कार्य चल रहा है।