पुलवामा हमले के बाद भारत ने सीआरपीएफ के जवानों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कई अहम फैसले लिए गए हैं। जवानों के लिए नए तकनीक के फाइटर प्लेन बुलाये गए है और कई सारे नए हथियार भी शामिल किये है। हाल ही में सरकार ने जवानों के आने जाने के लिए 30 नई बुलेट प्रूफ बसों का इंतज़ाम किया है। यह बुलेट प्रूफ बस छोटी होगी और इसमें 30 सीट होंगे।

सीआरपीएफ के महानिदेशक ने बताया की “हम कश्मीर में अपनी काउंटर-आईईडी क्षमताओं को बढ़ा रहे हैं। हम अधिक एमपीवी खरीद रहे हैं और भेज रहे हैं। चूँकि बड़ी बसों को कवच देना मुश्किल होता है इसलिए हम 30 छोटी बुलेट प्रूफ बसें ख़रीद रहे है। छोटी बसों का निर्माण अच्छे से किया जा सकता है। पुलवामा हमले में हमारे जवानों की एक ऐसी ही बड़ी बस को धमाके में उड़ा दिया गया था। इस हमले में हमारे 40 जवान शहीद हो गए थे। जिसके बाद यह फैसला लिया गया है।”

सीआरपीएफ के महानिदेशक ने कहा की कश्मीर घाटी में तैनात बल की प्रत्येक बटालियन को बम का पता लगाने और निपटान दस्ते उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया है।” भटनागर ने कहा की “बसों में बुलेट-प्रूफ कवच सुरक्षाबल के जवानों को आतंकवादियों के हमलों से बचाने में मदद करेगा।” फिर उन्होंने कहा कि “पुणे स्थित IED एजुकेशन स्कूल में भी सीटें बढ़ाई गई हैं ताकि कश्मीर में ऐसे बमों का पता लगाने और उन्हें निष्क्रिय करने में मदद मिल सके।”

इसके अलावा भारत सीमा पर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। ताकि आतंकवादियों के हमलों से बचा जा सके। बता दे अभी भी भारत पाकिस्तान की सीमा पर तनाव का माहौल बना हुआ है।