नक्सली हमले में शहीद हुए अपने भाई की राइफल को छत्तीसगढ़ पुलिस में कार्यरत कॉन्स्टेबल बहन ने राखी बांधी। अक्टूबर 2018 में नक्सली हमले में शहीद हुए सहायक कांस्टेबल राकेश कौशल की बहन कॉन्स्टेबल कविता कौशल है। अरणपुर में एक नक्सली हमले में राकेश, दो अन्य पुलिसकर्मी और एक कैमरा पर्सन सहित शहीद हो गए थे। पिछले साल एक नक्सली हमले में सब इंस्पेक्टर रुद्र प्रताप सिंह, असिस्टेंट कांस्टेबल मंगलू और दूरदर्शन न्यूज के कैमरपर्सन अच्युतानंद साहू शहीद हो गए थे। इनमें राकेश कौशल भी थे।  

राकेश के शहीद होने के उपरांत अनुकंपा के आधार पर उसकी बहन कविता को नौकरी मिली। कविता को उसके भाई की ही राइफल आवंटित की गई है क्योंकि कांस्टेबल कविता कौशल ने कहा, 'मुझे अपने भाई के स्थान पर छत्तीसगढ़ पुलिस में नौकरी मिली। मैंने विभाग से अनुरोध किया था कि मैं उसी बंदूक का उपयोग करना चाहती हूँ जो मेरे भाई सेवा में इस्तेमाल करते थे। नक्सली कायर होते हैं। मैं दंतेश्वरी सेनानियों से जुड़ना चाहती हूँ और मेरे भाई की मौत का बदला लेना चाहती हूँ।”

इस संबंध में एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि अनुकंपा के आधार पर कविता को नौकरी दी गई। उसने पहले कार्यालय के कार्य के लिए अनुरोध किया था, परन्तु उसने अन्य महिला कमांडो को देखा  और ऑपरेशन में शामिल होने की इच्छा जताई। साथ ही अपने भाई की राइफल के लिए भी आग्रह किया।

कविता ने कहा- हमेशा मेरे भाई रक्षाबंधन पर मुझसे मिलने आया करते थे। अब उनकी कमी महसूस होती है, परन्तु उनकी राइफल पर मैंने राखी बांधी, जिसे वह अपने साथ ले जाते थे।