लोकसभा चुनाव के कारण हर तरफ चुनावी माहौल है। जिसके चलते पार्टियों के अंदर के कई सच भी सामने आ रहे हैं। जी हाँ हाल ही में एक बड़ा खुलासा हुआ है जिसमे एक टीवी डिबेट में ही कांग्रेस पार्टी प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने खुद की ही पार्टी पर आरोप लगाया है और कहा है कि पार्टी में उन गुंडों को तवज्जो दी जाती है, जो महिलाओं से बदसलूकी करते हैं।

उन्होंने कहा कि जो लोग अपनी जगह बनाने के लिए मेहनत करते है उन्हें कुछ हासिल नहीं होता और उनके स्थान पर उन लोगो की तारीफ होती है जो उसके काबिल नहीं होते है। प्रियंका ने कहा की मैंने पार्टी के लिए पत्थर तक खाये है और गालियां भी सुनी। इतना सब होने के बाद भी पार्टी के नेताओं से मुझे धमकियां मिल रही है।

प्रियंका ने अपने एक ट्वीट में लिखा है कि वे लोग बच गए जो धमकियां दे रहे थे और न ही उनपर कोई कड़ी कार्यवाही हुई। इसका उन्हें बहुत खेद है। इस ट्वीट के साथ उन्होंने एक चिठ्ठी भी शेयर की है।

इस चिट्ठी में उस समय का जिक्र है जब वह उत्तर प्रदेश के मथुरा में राफेल विमान सौदे पर पार्टी की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस करने गयी थीं, उस समय उनके साथ वहां के स्थानीय कार्यकर्ताओं ने बदसलूकी की। फिर उन सभी पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की गयी थी। यह मामला पिछले साल के सितंबर के आसपास का है। जब राफेल के विरोध में देशभर में विपक्षी नेता प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे।

परन्तु अब उन्हें केवल खेद जताते हुए उनके पदों पर बहाल किया गया है। चिट्ठी के मुताबिक इन कार्यकर्ताओं को ज्योतिरादित्य सिंधिया की सिफारिश से बहाल कर दिया गया है। जानकारी दे दें कि पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव के पद पर ज्योतिरादित्य सिंधिया हैं साथ ही लोकसभा चुनाव हेतु पश्चिमी उत्तर प्रदेश के वे प्रभारी भी हैं।

प्रियंका चतुर्वेदी के बारे में आपको बता दे कि वह टीवी प्रवक्ताओं में एक बड़ा चेहरा बनकर सामने आयी हैं। वह उत्तर प्रदेश की है। लेकिन उनका परिवार मुम्बई में बस गया है इसलिए वह अब वहां की निवासी है। इससे यह तो साबित होता है की कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्त्ता खुद की पार्टी से खुश नहीं है।