महाराष्ट्र में हुए राजनीतिक उलटफेर के बाद अभी एनसीपी, शिवसेना एवं कांग्रेस मिलकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाली थी। परन्तु प्रेस कॉन्फ्रेंस के अंतिम समय में कांग्रेस पीछे हट गयी है। अब शिवसेना और एनसीपी मिलकर संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही है। आइये जानते है क्या हुआ इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में।
एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत की और कहा कि यह फैसला अजित पवार का व्यक्तिगत फैसला है। उन्होंने हमारी विचारधाराओं के खिलाफ फैसला लिया है। गठबंधन में कुछ निर्दलीय विधायक हमारे तो कुछ भाजपा के साथ चले गए है। मुझे सुबह ही पता चला अजित के उपमुख्यमंत्री बनने का। अजित के साथ गए विधायकों को दलबदल कानून की जानकारी होनी चाहिए। जो भी कार्यवाही होगी वो हम करंगे। इस पूरी घटना के बाद अजित के साथ गए विधायकों ने हमसे संपर्क किया है। शरद पवार का मानना है कि देवेंद्र फडणवीस विधानसभा में बहुमत साबित नहीं कर पाएंगे। हम सब एक है। अजित के पास जो पत्र है उसमे करीब 54 विधायकों के हस्ताक्षर है। शाम की बैठक में आगे की रणनीति तय की जायेगी। हम जो भी फैसला लेंगे शिवसेना की सहमति के बिना नहीं लेंगे। राज्यपाल ने 30 नवंबर तक का समय दिया है हमारे पास विधायक है और सरकार हम ही बनाएँगे।
अजित के साथ गए नेता राजेंद्र शिंगने ने बताया कि विधायक दल के नेता अजित पवार ने हमें सुबह बुलाया हमे जानकारी नहीं थी की हमे कहा ले जाया जा रहा है। वे हमारे विधायक दल के नेता थे इसलिए हम चले गए। हमे शपथ ग्रहण की जानकारी बिलकुल नहीं थी हम आज भी शरद पवार के साथ है।
उद्धव ठाकरे ने बयान दिया है कि "शिवसेना जो करती है, वो दिन के उजाले में करती है। हम लोगों को जोड़ने की कोशिश करते हैं और वे लोग तोड़ने की कोशिश करते हैं। ये जो खेल चल रहा है, वो पूरा देश देख रहा है। बीजेपी को ना तो मित्र चाहिए और ना ही विपक्ष। इन लोगों ने हरियाणा और बिहार में भी यही किया था। आज जो हुआ है वो छत्रपति शिवाजी महाराज पर सर्जिकल स्ट्राइक है।"