जब से संसद ने नागरिकता संशोधन बिल को पास किया है और यह नया कानून बना है तब से देश के अलग अलग शहरों में इसके खिलाफ विरोध होने शुरू हो गए। यह विरोध धीरे धीरे हिंसक भी होते चले गए। रविवार को इस मसले पर पीएम मोदी ने दिल्ली में आयोजित एक रैली में बात करते हुए कहा कि अफवाहों में ना आएं प्रदर्शनकारी। बहरहाल आज इसी कड़ी में देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ राजघाट पर सत्याग्रह का आयोजन किया है।
राजघाट पर शुरू हुए इस सत्याग्रह में कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा, गुलाम नवी आज़ाद समेत कई कांग्रेसी दिग्गज शामिल हुए।
सत्याग्रह की शुरुआत में राजघाट पर सोनिया गांधी ने संविधान की प्रस्तावना को पढ़ा। सोनिया गांधी के बाद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी संविधान की प्रस्तावना को पढ़ा।
इसके बाद कई कांग्रेसी नेताओं ने अपनी बातें कही जिसमे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून लागू नहीं होगा। वहीं राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि "नागरिकता कानून के कारण लोकतंत्र खतरे में है। पीएम मोदी इसे लेकर गुमराह कर रहे हैं। केंद्र का एजेंडा आरएसएस का एजेंडा है, वो देश को बांटना चाहते हैं। हम उनसे मुकाबला करने को तैयार हैं। पूरा देश उनका मुकाबला करने को तैयार है।" इस दौरान गहलोत ने यह भी कहा कि नागरिकता कानून राजस्थान में लागू नहीं होगा।