वायनाड लोकसभा सीट पर 2019 के लोकसभा चुनावों के लिए नामांकन पत्र भरने पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की संपत्ति के बारे में पता चला है जो उन्होंने खुद बताई है।  उनकी सम्पत्ति पिछले 5 सालों में 68.93% तक बढ़ी है। राहुल गांधी ने अपने एफिडेविड में बताया है की इस समय उनके पास 15.88 करोड़ रुपये से भी अधिक की सम्पत्ति है। उन्होंने अपने एफिडेविड में बताया की साल 1995 में उन्होंने कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के ट्रिनिटी कॉलेज से एमफिल (डिवेलपमेंट स्टडीज) भी कर चुके है। इस विवरण में बताया की उनके पास कोई निजी कार भी नहीं है उन्हें एसपीजी के वाहन में ही घूमना पड़ता है।

बता दे की 2004 में अपने नामांकन पत्र में उन्होंने अपनी सम्पत्ति केवल 55 लाख 83 हजार 123 रुपये बताई थी फिर 2009 के लोकसभा चुनाव में 2 करोड़ रुपये का विवरण दिया गया था इसके  बाद 2014 के लोकसभा चुनाव उनकी सम्पत्ति 9.40 करोड़ बताई गयी थी।

अपने हलफनामें में राहुल गांधी ने जानकारी दी कि उनके पास नगद रूप में केवल 40 हजार रुपये है, शेष 17.93 लाख रुपये उनके कई बैंकों में हैं। राहुल गांधी ने यह भी जानकारी दी की उनके 5.19 करोड़ रुपये विभिन्न कंपनियों के डिबेंचर, बॉन्ड और शेयरों में भी लगे हैं। इतना ही नहीं उनके पास 333.3 ग्राम का सोना भी है। पैतृक जमीन के बारे में बताया की दिल्ली के सुल्तानपुर गांव में उनकी पैतृक जमीन भी है, साथ ही गुरुग्राम में 2 कार्यालय भी हैं।

वायनाडसीट से नामांकन पत्र भरने के दौरान राहुल गांधी ने बताया कि विभिन्न बैंकों एवं अन्य वित्तीय संस्थानों की 72 लाख रुपयों का कर्ज भी उनपर है।

राहुल गांधी की संपत्ति को लेकर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने सवाल किया की 2004 में राहुल गांधी की सम्पत्ति 55 लाख रुपये थी तो यह साल 2014 तक बढ़कर 9 करोड़ रुपये तक कैसे हो गयी?