जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को खत्म किए जाने पर कई पार्टी ने इसका विरोध किया है। लेकिन इस मसले पर कांग्रेस पार्टी में बिखराव दिखाई दे रहा है। मोदी सरकार के इस कदम का कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सोनिया गांधी के क़रीबी जर्नादन द्विवेदी ने भी समर्थन दिया है। इतना ही नहीं रायबरेली सदर सीट से कांग्रेस विधायक अदिति सिंह भी इस मुद्दे पर मोदी सरकार के समर्थन में है।
कांग्रेस विधायक अदिति सिंह जो राहुल गांधी संग शादी की अफवाह के कारण चर्चा में रही थीं ने ट्विटर के जरिये ट्वीट किया कि, हम एक साथ खड़े हैं! जय हिन्द #अनुच्छेद 370. उनके इस पोस्ट पर यूजर ने लिखा कि “आप कांग्रेसी हैं” इसके जवाब में अदिति सिंह ने कहा कि, मैं एक हिंदुस्तानी हूं।
United we stand!
— Aditi Singh (@AditiSinghINC) August 5, 2019
Jai Hind#Article370
Main ek Hindustani hoon
— Aditi Singh (@AditiSinghINC) August 5, 2019
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सोनिया गांधी के करीबी माने जाने वाले जनार्दन द्विवेदी ने भी सरकार के इस फैसले का समर्थन किया है और कहा, ''मेरे राजनीतिक गुरू राम मनोहर लोहिया हमेशा इस आर्टिकल के खिलाफ थे। भले देर से ही सही, इतिहास की एक गलती को अब दुरुस्त किया गया है। मैं इसका स्वागत करता हूँ।''
कांग्रेस के अन्य कई नेता भी इसके समर्थन में हैं
युवा कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा ने भी मोदी सरकार का समर्थन करते हुए कहा, "यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अनुच्छेद 370 को उदार बनाम रूढ़िवादी बहस में तब्दील कर दिया गया। पार्टियों को अपनी विचारधारा से अलग हटकर इस पर बहस करनी चाहिए कि भारत की संप्रभुता और संघवाद, जम्मू-कश्मीर में शांति, कश्मीरी युवाओं को नौकरी और कश्मीरी पंडितों के न्याय के लिए बेहतर क्या है।"
अनुच्छेद 370 को हटाए जाने का कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य दीपेंदर हुड्डा ने भी समर्थन किया। उन्होंने अपने एक ट्वीट में कहा कि, "मेरी व्यक्तिगत राय रही है कि 21वीं सदी में अनुच्छेद 370 का औचित्य नहीं है और इसको हटना चाहिए। ऐसा सिर्फ देश की अखंडता के लिए ही नहीं, बल्कि जम्मू-कश्मीर जो हमारे देश का अभिन्न अंग है, के हित में भी है। अब सरकार की यह ज़िम्मेदारी है कि इसका क्रियान्वयन शांति और विश्वास के वातावरण में हो।"