संसद के संयुक्त सत्र में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के भाषण के दौरान मोबाइल चलाने को लेकर भाजपा के नेताओं ने राहुल गांधी को आड़े हाथ लिया है। सोशल मीडिया पर भी राहुल गांधी के व्यवहार की निंदा हो रही है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी राहुल गांधी की आलोचना की है। राहुल गांधी को चारों तरफ आलोचनाओं से घिरता देख कांग्रेस नेता उनके बचाव में आ गए हैं।

राहुल गांधी के बचाव में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने एक विचित्र बयान दिया है।  उन्होंने कहा कि हिंदी के कुछ कठिन शब्दों को राहुल ठीक से समझ नही पाए थे, इसलिए वे उनका अनुवाद करने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन राष्ट्रपति ने अपने भाषण में आम बोलचाल के शब्दों का ही इस्तेमाल किया था। ऐसे में कांग्रेस के नेताओं से इस तरह के बयान बेतुके लग रहे हैं।

राष्ट्रपति ने अपने भाषण में सरलतम शब्दों का इस्तेमाल किया। उन्होंने हिंदी शब्द 'आधारभूत क्षेत्र' के स्थान पर  'इंफ्रास्ट्रक्चर' शब्द का प्रयोग किया, 'प्रत्यक्ष लाभ अंतरण' के स्थान पर 'डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर' शब्द का प्रयोग किया। उन्होंने कई सामान्य अंग्रेजी शब्दों का भी प्रयोग किया जिन्हें आसानी से समझा जा सकता था।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इससे पहले के सभी अभिभाषण हिंदी में ही पढ़े हैं। इस बार उन्होंने कठिन हिंदी शब्दों के प्रयोग से यथासंभव बचने की कोशिश की है। उन्होंने आम बोलचाल की भाषा के शब्दों और अंग्रेजी शब्दों का प्रयोग किया। राष्ट्रपति अपना अभिभाषण या तो हिंदी या फिर अंग्रेजी में पढ़ सकते हैं।

राष्ट्रपति के अभिभाषण का सरल भाषा में होने के बावजूद अगर कांग्रेस नेता कह रहे हैं कि राहुल गांधी शब्दों का ट्रांसलेशन कर रहे थे, तो उनका ये तर्क ज़्यादा विश्वसनीय नही लगता। बहरहाल राहुल गांधी ने हंसी का पात्र बनने की अपनी परंपरा को कायम रखा है।