संसद का सत्र जारी है जिसमे सभी नवनिर्वाचित सांसदों ने हाल ही में शपथ ग्रहण की है। इसके बाद संसद में कई बिल पर चर्चा भी हुई है। जो सांसद किन्हीं कारणों से संसद में अनुपस्थित थे वे भी अपनी उपस्थिति दर्ज करवाकर शपथ ग्रहण कर रहे है। पश्चिम बंगाल की बशीरहाट सीट से सांसद नुसरत जहा ने भी आज शपथ ली है। शपथ ग्रहण के साथ संसद में अभी प्रश्न काल भी चल रहा है। जिसमे कई सांसदों ने अपने अपने प्रश्न उठाये है।
आज संसद में कांग्रेस नेता शशि थरूर ने राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद गौ रक्षा के नाम पर हो रही हिंसा को लेकर के प्रश्न उठाया। उन्होंने कहा कि "देशभर में अवैध गौ संरक्षक समितियां हिंसक वारदातों को अंजाम दे रही हैं। क्या ऐसा नहीं हो सकता कि मान्यता प्राप्त समितियों को ही ये काम करने दिया जाए। गौ रक्षा राज्य का मुद्दा है, कुकुरमुत्तों की तरह यह देशभर में फैलकर हिंसक वारदातों को अंजाम दे रही हैं। इन अवैध गौ संरक्षण समितियों पर सरकार कब कार्रवाई करेगी? यह समितियां हिंसा का अड्डा बनती जा रही है।"
अवैध गौ संरक्षक समितियां हिंसक वारदातों को अंजाम दे रही हैं। क्या ऐसा नहीं हो सकता कि मान्यता प्राप्त समितियों को ही ये काम करने दिया जाएः शशि थरूर, आईएनसी#प्रश्नकाल pic.twitter.com/yAJxlcK8hA
— Lok Sabha TV (@loksabhatv) June 25, 2019
शशि थरूर के इस सवाल पर केंद्रीय पशुपालन मंत्री ने जवाब देते हुए कहा “थरूर साहब जो सवाल पूछ रहे हैं उसकी छानबीन के लिए एक निश्चित प्रक्रिया है। मैं आपसे निवेदन करुंगा कि अगर आपको कोई विशेष आपत्ति है तो निश्चित तौर पर उस पर कार्रवाई होगी। कृषि से ज्यादा पशुपालन से किसानों को फायदा है इससे किसानों की आय बढ़ती है और भारत सरकार ने पशुधन के संरक्षण की पूरी व्यवस्था की हुई है।"
संसद में विपक्ष के सांसदों द्वारा इस तरह के आपत्तिजनक बयान देना आम बात हो गया है। इस सत्र में अधीर रंजन ने पीएम मोदी की तुलना “गन्दी नाली” से कर दी थी।