आज चीन के वुझेन में भारत रूस व चीन के विदेश मंत्रियों की 16वीं अहम् बैठक चल रही है। इस बैठक में भारत की ओर से विदेश मंत्री सुषमा स्वराज द्वारा भारत के कश्मीर में हुए पुलवामा आतंकी हमले का मुद्दा उठाया गया है। भारतीय विदेश मंत्री ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर पर भारत द्वारा किये गए हमले पर कहा ये कोई सैन्य अभियान नहीं था, हमने पाकिस्तान के किसी भी सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना नहीं बनाया था। इस हमले में भारत ने केवल आतंकी संगठन के ठिकानों पर कार्यवाही की गई थी। भारत दोनों सीमाओं पर किसी भी तरह का तनाव नहीं चाहता है।

बता दें कि भारत द्वारा किये गए इस हमले में जैश के कंट्रोल रूम सहित कई आतंकी ठिकाने एवं 350 से अधिक आतंकी मारे गए थे।

तीन देशों के विदेशी मंत्रियों की इस बैठक में भारत के साथ-साथ रूस और चीन ने भी एक स्वर में आतंकवाद का विरोध किया है और पाकिस्तान को चेतावनी दी है कि अपने देश में चल रहे आतंकी संगठनों और आतंकवादी गतिविधियों को जल्द से जल्द बंद करे।

बैठक में सुषमा ने कहा ‘जैश-ए-मोहम्मद ने पुलवामा में CRPF के काफिले में हमला किया था, उसके बाद जैश भारत में इस तरह के और भी हमले करने की तैयारी कर रहा था। इसके कारण भारत को आत्मरक्षा में ये हमला करना पड़ा।'

पुलवामा हमले के बाद अंतराष्ट्रीय समुदाय ने भी पाकिस्तान से आतंकवादी संगठनों के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए कहा था जिस पर पाकिस्तान ने साफ इंकार कर दिया था और जैश ने भी पुलवामा हमले में हाथ होने से इंकार कर दिया गया था।