चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने शिन्हुआ विश्वविद्यालय के रिसर्च फेलो लु यांग का एक लेख छापा है, जिसमें मोदी की वापसी की भविष्यवाणी की गई है। चीन को विश्वास है कि मोदी को संभवत: एक और मौका मिलेगा। इतना ही नही चीन के कम्युनिस्ट नेताओं ने तो यह साफ़ कर दिया है की लोकसभा चुनाव के बाद मोदी जी की प्रधानमन्त्री के तौर पर वापसी निश्चित है।

लु यांग ने अपने लेख में लिखा है की इस बात में कोई संदेह नहीं है कि मोदी की भारतीय जनता पार्टी संसद में सबसे बड़ा दल होगा साथ ही भारतीय जनता पार्टी की वित्तीय और संगठन शक्ति विपक्ष की पार्टियों से बहुत अधिक है जिसके चलते मोदी सरकार की वापसी तय है।

चीन ने जिनपिंग-मोदी के बीच अनौपचारिक बैठक की तैयारी भी शुरू कर दी है। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने हाल ही में घोषणा की है कि उनकी सरकार चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और मोदी के बीच अगली ‘अनौपचारिक मीटिंग’ की तैयारी कर रही है, वांग यी ने बताया इस बार ये मीटिंग भारत के ही किसी शहर में होने की उम्मीद है।

उन्होंने बताया पिछले साल चीन के वुहान शहर में हुई मीटिंग की तरह ही यह मीटिंग होगी। वांग ने कहा हैं कि वुहान सम्मिट के बाद हमने सहयोग के सभी क्षेत्रों में सुधार देखा। उन्होंने बताया कि पिछले साल प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति शी के बीच वुहान की बैठक बहुत ही सफल रही थी। इसके साथ ही दोनों नेताओं ने भारत-चीन सम्बन्ध को मजबूत बनाने की योजना बनाई थी जो सफल भी रही है।

चीन का मीडिया मोदी सरकार की वापसी की उम्मीद के साथ साथ ही आजकल चीनी टेलीविजन, अखबार और न्यूज पोर्टल पर प्रधानमंत्री मोदी के चुनाव प्रचार और मतदान के फोटो-वीडियो भी दिखा रहा है। चीन भारत में एक मजबूत नेता चाहता है, इसलिए वो मोदी के वापस आने को लेकर विश्वसनीय है।