पाकिस्तान में हो रहे जुल्म और अत्याचार से परेशान हो होकर पाकिस्तान में रहने वाला गुलशेर का परिवार अब भारत की राजधानी दिल्ली में रह रहा है। वह इसी साल मई में दिल्ली आया था। पर यह परिवार जब से आया है उनकी दिक्कतें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं।बड़ी परेशानी के बाद गुलशेर के तीनों बच्चों को स्कूल में एडमिशन मिला था।
लेकिन अब उनके बच्चों को सितंबर में बड़ी उम्र का हवाला देकर स्कूल आने से मना कर दिया गया है जिसकी वजह से उनके बच्चे और वो परेशान हैं। दिल्ली के छतरपुर इलाके के भाटी माइन्स के एक सरकारी स्कूल ने गुलशेर के बच्चों को यह कह कर निकाल दिया गया कि वह उम्र में बड़े हैं।बच्चों के नाम मूना कुमारी (18 वर्ष), संजिना बाई (16 वर्ष), और रवि कुमार (17 वर्ष) है। स्कूल के नियम के अनुसार उम्र अधिक होने के कारण इन्हें एडमिशन नहीं दिया जा सकता।
बच्चों के पास पाकिस्तान से स्कूल छोड़ने के प्रमाण-पत्र और एनरोलमेंट कार्ड भी हैं। बच्चों की मदद के लिए गुलशेर ने स्कूल प्रशासन और वरिष्ठ अधिकारियों से मदद मांगी लेकिन किसी ने नहीं सुनी। खबर है की अब गुलशेर ने अपने तीनों बच्चों का एडमिशन कराने के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय का दरवाज़ा खटखटाया है। गुलशेर ने अपने बच्चों को यहां एक स्कूल में एडमिशन करने के लिए अधिवक्ता अशोक अग्रवाल के माध्यम से एक आवेदन दायर किया है।
अशोक अग्रवाल ने इस पूरे मामले को बताते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र भी लिख चुके है। हालाँकि अभी केजरीवाल की तरफ से कोई जवाब नहीं आया है। देखना होगा अब आगे क्या होता है।