शुक्रवार को अयोध्या में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम में पहुंचे। उन्होंने वहां शोध संस्थान में भगवान श्री राम की प्रतिमा का अनावरण भी किया। बता दे कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष और मणिराम दास छावनी के महंत नृत्य गोपाल दास के जन्मोत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ करने के लिए गए हैं। जिस दौरान उन्होंने संस्थान में भगवान श्री राम की प्रतिमा का अनावरण किया।

शोध संस्थान में गयी हुयी कलाकृतियों और चित्रों का अवलोकन भी सीएम योगी ने किया। इन सबके उपरांत वह जन्मोत्सव कार्यक्रम के शुभारंभ करने वाले है। साथ ही वह अयोध्या के विकास से सम्बंधित समस्त योजनाओं का भी निरिक्षण करेंगे। अयोध्या कार्यक्रम के दौरान सीएम के साथ प्रशासन के तमाम अधिकारी भी उपस्थित रहे। अयोध्या में सीएम योगी के स्वागत में कई कार्यक्रम भी प्रस्तुत किये जा रहे है।

जानकारी दे दे कि विश्व की सबसे ऊंची 221 मीटर की भगवान श्रीराम की मूर्ति रामनगरी में स्थापित करने का प्रयास जोरो शोरो पर है। इसके लिए पर्यटन विभाग की तरफ से भूमि के अधिग्रहण का नोटिफिकेशन जारी किया गया है। जिसमे सरयू किनारे 222 लोगों की 28.2864 हेक्टेयर भूमि ली जाने वाली है।

योगी सरकार द्वारा पहले ही भगवान श्रीराम की मूर्ति हेतू 200 करोड़ रुपये का बजट पास किया जा चुका है और अब सरकार इस मूर्ति को भव्यता प्रदान करना चाहती है। जिससे पर्यटकों को रामनगरी की आध्यात्मिक व धार्मिक आभा के बारे में पता चल सके।

मूर्ति के बेसमेंट के भीतर एक भव्य हाल निर्मित किया जायेगा वहां एक म्यूजियम होगा और इस म्यूजियम में भगवान विष्णु के समस्त अवतारों की जानकारी और अयोध्या रामजन्मभूमि का इतिहास को दर्शाया जाएगा।

मूर्ति के अतिरिक्त श्रीराम की कुटिया,विश्राम घर, रामलीला मैदान का भी निर्माण किया जायेगा । खबर यह है कि राम की यह प्रतिमा स्टेचू ऑफ यूनिटी से भी ऊंची बनेगी । स्टेचू ऑफ यूनिटी की ऊंचाई 182 मीटर है और भगवान श्रीराम की प्रतिमा की ऊंचाई 221 मीटर तक होगी। आधार 50 मीटर का रहेगा। इतना ही नहीं इसके ऊपर 20 मीटर ऊंचा छत्र भी लगेगा।