छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले की चिरमिरी में सरकारी अस्पताल का मामला सामने आया है। बता दे कि वर्तमान में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार है और कांग्रेस सरकार सदैव महिलाओं को सम्मान एवं बराबरी का हक़ दिलाने की बात करती आयी है। दूसरी ओर कांग्रेस का विधायक विनय जायसवाल जो कि स्वयं एक डॉक्टर है उन्होने मुसीबत में पड़ी एक महिला डॉक्टर का साथ न देकर असामाजिक तत्वों की मदद की।
कुछ दिनों पहले चिरमिरी स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बड़ा बाजार में कुछ युवकों को मामूली सड़क दुर्घटना होने पर अस्पताल लाया गया था। सभी युवक नशे में धुत्त थे और महिला नर्स और महिला डॉक्टर के साथ अभद्र व्यवहार करने लगे। साथ ही विधायक विनय जायसवाल के नाम से धमकाने भी लगे। नशे में युवकों ने महिला डॉक्टर को धमकाते हुए कहा जैसा इलाज हम बोलते है वैसा इलाज करो नहीं तो लगाते हैं विधायक जी को फ़ोन। महिला डॉक्टर ने युवकों को समझाने की कोशिश की परन्तु युवक नहीं मान रहे थे। इस सब से तंग आकर महिला डॉक्टर ने नज़दीकी थाना चिरमिरी में फोन करके वहां के थाना प्रभारी को सूचना दी जिसके जवाब में थाना प्रभारी ने कहा कि आपकी सुरक्षा के लिए एक कांस्टेबल हमने भेज दिया है।
महिला ने युवकों का इलाज करने के बाद अपने परिचित डॉक्टर से मदद की मांगी, उसके बाद महिला के परिचित ने महिला को घर छोड़ने के लिए गाड़ी में बैठाया तो अस्पताल से घर तक उन शराबी युवकों ने उनका पीछा किया और पूरे रास्ते गलियाँ और बेहूदा कमेंट करते रहे।
घर पहुंचने के बाद शराबियों ने धमकी देते हुए कहा कि चाहे तुम पुलिस में शिकायत कर दो विधायक जी का फ़ोन आते ही जी सर जी सर कर भीगी बिल्ली बनती फिरोगी।
इस घटना के बाद महिला डॉक्टर ने कहा कि वे अपने घर बिलासपुर आ गयी है और उन्होंने शासन से सुरक्षा की मांग की है जब तक सुरक्षा नहीं तब तक वे पुनः अपनी ड्यूटी ज्वाइन नहीं कर सकती है। पूरी घटना के समय पुलिस का सहयोग भी नहीं मिला और इस विषय में मैंने जब विधायक डॉ विनय जायसवाल से बात की तो उन्होंने भी कोई संतुष्टि पूर्ण जवाब नहीं दिया।