दिल्ली में बीच सड़क पर एक सिख ऑटो ड्राइवर एस सरबजीत सिंह और पुलिस के बीच हुए झगडे का वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर बहुत वायरल हो रहा है। हालांकि, पुलिस ने उस ऑटो ड्राइवर को गिरफ्तार भी कर लिया है, लेकिन ऑटो ड्राइवर की पिटाई के विरोध में सिख समाज ने पुलिस चौकी का घेराव कर प्रदर्शन करते हुए दिल्ली पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की।

इस मामले को लेकर जहां कुछ लोग दिल्ली पुलिस का सपोर्ट कर रहे हैं तो कुछ लोग ऑटो ड्राइवर का समर्थन कर रहे हैं वहीं कुछ लोग इसे धर्म से जोड़कर भी देख रहे हैं। लेकिन जब पुलिस ने ऑटो ड्राइवर के बारे में जानकारी जुटाई तो पता चला कि उस पर पहले भी मारपीट को लेकर 3 एफआईआर दर्ज है।    

अब ऐसे में यह सवाल उन सभी सिख समाज के लोगों पर खड़ा होता है जो उस ऑटो ड्राइवर के बारे में बिना कुछ जाने सिर्फ धर्म के आधार पर उसका समर्थन करने लगे। ऐसा करना कहां तक जायज़ है? और अगर यह जायज़ है भी तो नीचे दिखाए गए वीडियो में सिख समुदाय के कुछ लोग एक वृद्ध को बुरी तरह पीट रहे हैं तो क्या वे इन लोगों के खिलाफ भी प्रदर्शन करेंगे? क्या वे इन लोगों को ढूढ़ने में पुलिस को सहयोग करेंगे?

देखें वीडियो

बता दें की यह वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमे एक बुजुर्ग को सिख समुदाय के कुछ लोगों द्वारा बेरहमी से पिटाई की जा रही है। हालांकि अभी तक इस वीडियो को लेकर कोई पुष्टि नहीं हुई है की यह कहाँ की है या फिर कब की है पर क्या इस वीडियो को भी वे लोग धार्मिक चश्मे से देखेंगे जो लोग ऑटो ड्राइवर के मामले को तूल दे रहे थे।