महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के बाद सरकार बनाने के लिए कई तरह की उठापटक चल रही थी। शिवसेना और भाजपा का गठबंधन टूटने के बाद शिवसेना एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाने वाली थी परन्तु यह भी संभव नहीं हो पाया। सरकार नहीं बनती हुई देख महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने सिफारिश की और कैबिनेट में मंजूरी मिलने के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगा दिया है। अब इन 6 महीनों में कोई भी राजनैतिक पार्टी बहुमत साबित करके सरकार बना सकती है।

इन सब घटनाओं के बाद भाजपा नेता एवं महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे ने बयान दिया है कि "पार्टी राज्य में सरकार बनाने की कोशिश करेगी। इस दिशा में देवेंद्र फडणवीस सभी प्रयास कर रहे हैं। नारायण राणे ने आगे कहा कि मुझे लगता है कि एनसीपी-कांग्रेस, शिवसेना को मूर्ख बनाने की कोशिश कर रही है।"

नारायण राणे ने कहा कि "अब हम जब भी गवर्नर के पास जाएंगे, अपने साथ 145 विधायकों के आंकड़ों के साथ जाएंगे। सरकार बनाने के लिए जो करना पड़ेगा हम करेंगे और महाराष्ट्र में सरकार बनाकर रहेंगे। दूसरी ओर नारायण राणे के बेटे नितेश राणे ने भी अपने ट्विटर अकाउंट से नारायण राणे की तस्वीर शेयर की है और कैप्शन में लिखा "अब मजा आएगा" इससे सिद्ध होता है कि नारायण राणे ने पूरी तरह से महाराष्ट्र में सरकार बनाने की तैयारी कर ली है।

वही दूसरी ओर उद्धव ठाकरे ने राज्यपाल पर आरोप लगाते हुए कहा कि "हमें अपेक्षा थी कि हमें और समय दिया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अचानक एक लेटर हमारे पास आया और हमें बताया गया कि हमारे पास टाइम नहीं है। हमें 48 घंटे का समय चाहिए था और हम अब भी इस पर कायम हैं। हमें कुछ मुद्दों को लेकर कांग्रेस-एनसीपी से बातें स्पष्ट करनी हैं। आज तक महाराष्ट्र को ऐसा राज्यपाल नहीं मिला। ऐसा राज्यपाल अगर सभी राज्यों को मिल गया तो दूसरे राज्यों का सत्यानाश हो जाएगा। कांग्रेस-एनसीपी के साथ हम कॉमन मिनिमम प्रोग्राम पर बात करेंगे।"