टीएमसी पार्टी टूटने की कगार पर है, इस पार्टी के कई नेता पार्टी छोड़ रहे है।  पश्चिम बंगाल के बीजेपी नेता मुकुल रॉय ने कहा कि टीएमसी के 100 से अधिक विधायक उनके संपर्क में हैं। जो  कुछ दिनों के भीतर ही बीजेपी में शामिल हो जायेंगे।

कैलाश विजयवर्गीय भी पश्चिम बंगाल में इन दिनों खूब सक्रिय हैं। उन्होंने कहा है कि अभी तो बहुत कुछ होना बाकि है, अभी से मैं आपको कुछ नहीं बता सकता। प्रतीक्षा कीजिए सब कुछ आपके सामने साफ-साफ आ जाएगा। जानकारी दे दें कि पिछले दो दिनों पहले ही टीएमसी के 3 विधायक तथा 50 से ज्यादा पार्षद बीजेपी में आ चुके हैं।

ग़ौरतलब है कि इस बार टीएमसी का वोट प्रतिशत बढ़ा है। 2014 के चुनावों में जहाँ टीएमसी को 39 प्रतिशत वोट मिले थे वहीं इस बार के चुनावों में टीएमसी को 43 प्रतिशत वोट मिले हैं। परन्तु टीएमसी दक्षिण बंगाल के आदिवासी बहुल जंगलमहल और उत्तर में चाय बागान वाले क्षेत्रों में विजय हासिल करने में असफल रही है।

बीजेपी ने राज्य की 42 लोकसभा सीटों में से 18 पर अपनी जीत दर्ज की है साथ ही पार्टी का वोट प्रतिशत 2014 के 17 प्रतिशत के तुलना में इस बार 40.5 प्रतिशत तक बढ़ा है। जिन सीटों पर टीएमसी की जीत हुई है वहां बीजेपी दूसरे स्थान पर रही और वाम दल तीसरे स्थान पर रही।

बता दें की प्रदेश के लोकसभा चुनाव में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस का प्रदर्शन बहुत ही निराशाजनक रहा है।  साल 2014 में इस पार्टी के सांसदों की संख्या 34 थी जो इस साल घटकर 22 रह गई है। इस खराब प्रदर्शन का पार्टी अब विश्लेषण कर रही है।

तृणमूल कांग्रेस को पछाड़ने के पीछे मोदी लहर और गत वर्ष प्रदेश में हुए खून-खराबे के साथ हुए पंचायत चुनावों के बाद टीएमसी द्वारा अल्पसंख्यकों का कथित रूप पर तुष्टीकरण मतदाताओं के ध्रुवीकरण का कारण माना जा रहा है।