मशहूर शहनाईवादक उस्ताद बिस्मिल्ला खां को तो सभी जानते है। अब भारत रत्न’ बिस्मिल्ला खां के पोते नासिर अब्बास बिस्मिल्ला ने पीएम मोदी को पत्र लिखा और उनसे नामांकन प्रक्रिया में शामिल होने का अनुरोध किया।
लिखे गए पत्र में कहा गया है कि, “मेरी कामना है कि मैं आपके नामांकन प्रक्रिया में सम्मिलित रहूँ। कांग्रेसी 2014 में हमारे घर पर आए और उन्होंने कहा की जैसा हम कहें वैसे ही करो और उनके पीछे, मेरे परिवार ने PM मोदी जैसे महान नेता के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया था।”
Nasir Abbas Bismillah, grandson of Shehnai maestro late Ustad Bismillah Khan on letter to PM asking to join his nomination process: It's our desire to join him. If we get an offer we'll accept; regret we didn't accept in 2014 as few Congressmen brainwashed our elders. pic.twitter.com/jNE4xfnJ7m
— ANI (@ANI) April 12, 2019
नासिर अब्बास बिस्मिल्ला ने पीएम मोदी को पत्र के जरिये कहा कि, “मैं भारत रत्न (दिवंगत) उस्ताद बिस्मिल्लाह खां का पोता नासिर अब्बास बिस्मिल्ला आपसे अनुरोध कर रहा हूँ कि आप जब हमारे शहर वाराणसी से लोकसभा चुनाव हेतू नामांकन दाखिल करने आएँ तो उस समय मैं आपके साथ रहना चाहता हूँ। जो हमारे लिए बहुत अधिक यादगार और शुभकामनाओं भरा पैगाम रहेगा।”
पत्र में उन्होंने आगे लिखा, “मैं आपको उस दिन की भी याद दिलाना चाहता हूँ जब एक साल पहले मैंने अपने दादा जी की एक शहनाई जिस पर वह धुन बजाया करते थे, राष्ट्र को आपके हाथों समर्पित की थी। वह अब वाराणसी के बड़ा लालपुर स्थित Trade Facilitation Centre and Craft Museum में रखी हुई है। हमें आपसे आशा नहीं बल्कि पूरा विश्वास है कि आप हमें अपने नामांकन कार्यक्रम में अवश्य शामिल करेंगे।
उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात का खेद है कि हमारे परिवार में बुजुर्गों ने कांग्रेस के कहने पर ऐसा किया। पीएम मोदी द्वारा दिए गए महान सम्मान का हमारे द्वारा अपमान किया गया, जो बहुत दुख की बात है। बिस्मिल्लाह ने कहा, “कांग्रेसी नेताओं ने हमारे परिवार को जानने वाले स्थानीय परिवार में बड़ों का ब्रेनवॉश किया और उन्हें उनकी इच्छानुसार ही कार्य करने को कहा।