अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले में एक बड़ा खुलासा हुआ है। प्रवर्तन निदेशालय ने सीबीआई अदालत में चार्जशीट दाखिल कर दिया है। जिसमे जानकारी मिली है की क्रिश्चियन मिशेल जेम्स और गुइदो हेश्के ने अपने-अपने नेटवर्क के जरिये अपने दोस्त कार्लो गेरोसा के साथ मिलकर 70 मिलियन यूरो की रकम को रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों, इंडियन एयरफोर्स के बड़े अफसरों, सत्तारूढ़ दल के राजनेता, अन्य नौकरशाहों, पत्रकारों आदि को दे दी थी। अगस्ता वेस्टलैंड चॉपर डील को सफल बनाने हेतु इन लोगो ने अहम भूमिका निभाई थी जिसके कारण उनको यह रकम दी गयी थी।

क्रिश्चियन मिशेल द्वारा अगस्ता वेस्टलैंड चॉपर मामले की डील को पास कराने के लिए बहुत से लोगो को घूस खिलाने का भी खुलासा हुआ है। इस बात का भी खुलासा हुआ है की इस डील के वक्त देश की सत्ता के शीर्ष पर बैठे कांग्रेस नेता भी इसमें शामिल थे।

बता दे की सीबीआई कोर्ट में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा पेश किए गए दस्तावेज का सत्यापन होने पर पता चला है की मिशेल इस डील के विषय में इटली की कंपनी के शीर्ष अधिकारियों से बात कर रहा था।

15 मार्च 2008 के प्राप्त हुए मैसेज में मिशेल द्वारा कहा गया है कि VIP के पीछे मिसेज गांधी सबसे बड़ी ताकत हैं इसलिए अब वह एमआई-8 में उड़ान नहीं भरेंगी। आगे इस मैसेज में लिखा गया है की मिसेज गांधी और उनके करीबी लोगों पर इटली के हाई कमिश्नर को निशाना साधना चाहिए। इन सलाहकारों की लिस्ट में अहमद पटेल, वीरप्पा मोइली, मनमोहन सिंह, एम के नारायणन, विनय सिंह, ऑस्कर फर्नांडीज, प्रणब मुखर्जी जैसे नाम शामिल  है।

मिशेल से पूछताछ करने पर ईडी को पता चला कि मैसेज में AP का अर्थ कांग्रेस नेता व गुजरात पार्टी के राज्य सभा सांसद अहमद पटेल है और एक अन्य शब्द Fam से तात्पर्य परिवार से है। अब इससे यह तो स्पष्ट हो जाता है की इस मामले में कांग्रेस के बड़े बड़े नेताओं का भी हाँथ है।