गोमतीनगर से बड़े इमामबाड़े में दर्जनों बच्चियों सहित महिलाओं को उनके पहनावे के कारण प्रवेश नहीं मिला है। इस इमामबाड़े का दीदार करने पहली बार वहां पहुंची 5 साल की अराइना को भी प्रवेश नहीं दिया गया और इसका कारण एक ही था उसका पहनावा।

बता दें कि हुसैनाबाद ट्रस्ट की बैठक में डीएम की तरफ से यह निर्देश दिए गए कि इमामबाड़े में केवल शालीन कपड़े पहन कर आने पर ही प्रवेश मिलेगा। जबकि शॉर्ट्स या स्कर्ट पहन कर आने वाली महिलाओं को इमामबाड़े में प्रवेश नहीं मिलेगा।

इसके बाद से ही छुट्टी के दिन का आनंद उठाने पहुंची महिला पर्यटकों को यहां प्रवेश नहीं मिला जिससे उन्हें हताशा हुई। साथ ही निर्देशों के जारी होने के बाद पर्यटकों ने परिसर में आदेश बोर्ड भी नहीं देखे जिसके कारण भी उनका गुस्सा कर्मचारियों पर निकला।

इममाबाड़े के कर्मचारी शादाब हैदर ने इस बारे में बताया कि प्रशासन की तरफ से निर्देश तो जारी किये गए है परन्तु नोटिस बोर्ड संपूर्ण परिसर में अभी तक नहीं लगाए गए। जिसके कारण ही पर्यटकों और कर्मचारियों को इन समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

बता दें कि तीन वर्ष पहले भी हुसौनाबाद ट्रस्ट ने इमामबाड़े में प्रवेश के सम्बन्ध में दिशा निर्देश को जारी किए थे। प्रशासन से उस समय अनुमति नहीं ली गयी। जिसका बहुत विरोध हुआ था। इतना ही नहीं परिसर के बाहर चप्पल जूते उतरवाना, महिलाओं के सिर पर दुपट्टा, कैमरों को जमा करवाना आदि चीजों को लेकर भी विवाद हो चुका है।

पर्यटकों का कहना है कि वह धार्मिक स्थल के समस्त दिशा-निर्देशों का पालन करेंगे। परन्तु पर्यटकों ने प्रशासन की दोहरी नीति पर सवाल उठाये और कहा कि परिसर में खाने-पीने की दुकानें, टिकट काउंटर, गाइड की सुविधा आदि सभी व्यवसाय के अंतर्गत आते हैं। ऐसी जगहों पर प्रशासन को ऐसे निर्देशों को देने के बारे में दोबारा सोचना चाहिए।