समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान रामपुर के किला मैदान में एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे। आजम अपनी पत्नी और एसपी प्रत्याशी ताजीन फातिमा के लिए सभा को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान वह भावुक होकर रो पड़े। लोगों से उन्होंने रोते हुए पूछा, 'मेरी खता क्या है? सिर्फ इतनी कि तुम्हारे बच्चों के हाथों में कलम दी।'
इस सभा में मौजूद लोगों से उन्होंने आगे कहा की, 'मेरी आवाज को ताकत दो।' जानकारी दे दें कि आजम खान केस पर 80 से अधिक मामलों में एफआईआर दर्ज हो गई है। साथ ही कई और मामलों की जांच भी चल रही है। रामपुर में आजम खान के बेटे कई स्कूल चलाते हैं। आजम खान ने रामपुर में 'जौहर विश्वविद्यालय' की स्थापना की है। इस विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने छापा मारा था। इस जौहर विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी पर इस छोपेमारी के दौरान यूपी पुलिस को ढ़ेर सारी चोरी की किताबें बरामद हुई थीं।
21 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश में कई विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं। आज़म खान के लोकसभा सांसद निर्वाचित होने के बाद रिक्त हुई रामपुर शहर की विधानसभा सीट पर चुनाव होना है। वहीं बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने पार्टी के प्रत्याशी भरत भूषण के समर्थन में कई सभाएं की और आगामी 18 अक्टूबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी प्रचार के मैदान में उतर रहे हैं। रामपुर शहर विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी ने आजम खान की पत्नी को टिकट दिया है। जिस कारण आजम खान अपनी पत्नी के लिए प्रचार कर रहे हैं।