भारतीय वायु सेना द्वारा की गयी आज सर्जिकल स्ट्राइक ने ये बता दिया है की अब अगर कोई भी भारत पर बुरी नजर डालने की कोशिश भी करेगा तो उसे उसके ही घर में घुसकर खत्म कर दिया जाएगा। इस हमले के दौरान भारत ने ना सिर्फ दुश्मन का खात्मा किया बल्कि अपने देश की सीमाओं की सुरक्षा भी चाक चौबंद कर दी। जब भारत के मिराज 2000 विमानों ने पाकिस्तान में घुसकर बमबारी की तब AWACS सिस्टम रक्षा कवच बना हुआ था।
आपको बता दे की AWACS क्या है। दुश्मन के विमान पर नजर रखने के लिए AWACS (एयरबोर्न वॉर्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम) का इस्तेमाल किया जाता है। AWACS सिस्टम के कारण ही भारत इस सिस्टम में आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ा है और अब यह क्षमता रखने वाले शीर्ष पांच देशों में से एक है।
एयरबोर्न वॉर्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम को विमान में फिट किया जाता है और यह दुश्मनों की हर एक्टिविटी तथा उनकी हर प्रतिक्रिया के बारे में समय रहते अलर्ट कर देता है। एयरबोर्न वॉर्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम (AWACS) इस समय पूरी तरह सक्रिय है क्योंकि भारत ने एयर सर्जिकल स्ट्राइक से पाकिस्तान के आतंकवादी ठिकानों को जो खत्म किया है तो हो सकता है कि पाकिस्तान की तरफ से किसी तरह का पलटवार किया जाये इसलिए AWACS सिस्टम पाकिस्तान की हर हरकत पर पूरी तरह से नजर रखे हुए है। इस सिस्टम से लैस विमान को 'आसमानी आंख' भी कहते हैं।
दुश्मन के विमान पर नजर रखने के लिए इस सिस्टम में कई सेंसर काम करते हैं। डिफेंस रिसर्च एंड डिवेलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (डीआरडीओ) ने इस सिस्टम (AWACS) को तैयार किया है। भारत के पास इजरायली और इन्डिजनस अवैक्स सिस्टम है। एयर डिफेंस के लिए AWACS का इस्तेमाल किया जाता है यह लॉन्ग रेंज रडार सर्विलांस सिस्टम होता है। सबसे पहले अमेरिकी एयर फोर्स ने इसका इस्तेमाल शुरू किया था। यह सिस्टम काफी नीचे उड़ान भर रहे एयरक्राफ्ट को भी डिटेक्ट कर लेता है। AWACS सिस्टम से हर मौसम में निगरानी रखी जा सकती है यह सभी मौसम में कार्य करने में प्रतिकूल होता है। AWACS सिस्टम को दुश्मन द्वारा पकड़ पाना भी मुश्किल होता है।