रविवार को लोकसभा चुनाव 2019 के छठे चरण की वोटिंग पूरी हो चुकी है। अब इस चुनाव की सातवे चरण की वोटिंग 19 मई को होने वाली है। चुनाव के चलते वाराणसी से एक खबर सामने आयी है। बता दे वराणसी से संसदीय सीट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ निर्दलीय चुनाव मैदान में पूर्व सांसद बाहुबली अतीक अहमद लड़ने वाले थे। हाल ही में खबर आयी है की बाहुबली अतीक अहमद ने मैदान छोड़ने का फैसला ले लिया है।

हुआ यूँ की अतीक अहमद ने वाराणसी से निर्दलीय नामांकन करने के बाद चुनाव प्रचार करने के लिए परोल की अर्जी दी थी। लकिन कुछ दिन पहले ही एमपी, एमएलए कोर्ट व उसके बाद हाईकोर्ट ने उनकी अपील खारिज कर दी थी। जिसके बाद कल रात अतीक अहमद के चुनाव एजेंट एडवोकेट शहनवाज आलम ने एक अतीक का जेल से पत्र लिखकर जारी किया है जिसमे उन्होंने मैदान छोड़ने का कारण बताया है। मीडिया में जारी किये इस पत्र में चुनाव मैदान से हटने की बात लिखी है।

इस पत्र में अतीक की और से लिखा गया है की उन्होंने सांप्रदायिक ताकतों को हराने के लिए सभी दलों से समर्थन माँगा लकिन उन्हें समर्थन नहीं मिला और हाईकोर्ट ने भी उनकी अपील ख़ारिज कर दी। ऐसे में उनका चुनाव लड़ना बहुत मुश्किल है। इसके बाद आगे पत्र में लिखा की- भारत में लोकतंत्र की जड़ें बहुत मजबूत हैं। इसके बाद भी यहां ऐसी विचारधारा के लोग भी मौजूद हैं जो लोकतंत्र को समाप्त कर हिटलरशाही लाना चाहते हैं। इस पत्र में मतदाताओं से सांप्रदायिक ताकतों को परास्त करने की अपील भी की गई है।

बता दे वाराणसी में सातवें तथा अंतिम चरण के चुनाव बाकी है जो 19 मई को होने वाले है। बता दे इसके पहले भी वराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ बीएसएफ के जवान तेज बहादुर यादव भी शामिल था। लेकिन अब उनका नामांकन भी रद्द हो चूका है।