आजकल चल रहे चुनावी माहौल में बहुत गरमा गर्मी है जिसके चलते कई नेता आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए भी दिखे साथ ही विवादित बयान भी दे रहे हैं। ऐसा ही एक मामला बिहार के बक्सर में भी देखने को मिला। केन्द्रीय राज्य मंत्री अश्विनी चौबे जदयू प्रत्याशी के समर्थन में प्रचार कर रहे थे। चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी की आलोचना की और कहा की राबड़ी देवी हमारी भाभी हैं, उन्हें घूंघट में ही रहना चाहिए। अश्विनी चौबे के इस तरह के बयान देने के बाद राबड़ी देवी ने ट्विटर के जरिये उन्हें करारा जबाब दिया।

राबड़ी देवी ने ट्वीट में कहा है कि ‘चौबे जी, आपको घूँघट वाली महिलाओं से नफ़रत और डर क्यों है? आपके नरेंद्र मोदीजी का महिला सशक्तिकरण क्या यही है? यह है बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ? आप जैसे लोग चौबे, छब्बे और दूबे की पितृसत्ता से इस सूबे को हमने बचाया है। उससे आपको जो कष्ट हो रहा है वह आपके बयान में साफ नज़र आ रहा  है। आप इतना बेशर्म मत बनिए।’ आपको बता दे की राबड़ी देवी ने ट्विटर पर भोजपुरी भाषा में अश्विनी चौबे पर यह तंज कसा है।

हालाँकि केन्द्रीय राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने इस तरह की किसी भी बात से इंकार किया है। उनपर आचार संहिता का उल्लंघन करने के लिए एफआइआर भी दर्ज की गई है। बता दे की उनके साथ साथ बीजेपी नेता राणा प्रताप सिंह और 150 लोगों के विरुद्ध भी मामला दर्ज किया गया है।

इस सभा के दौरान चौबे के काफिले को रोकते हुए सदर एसडीओ ने कहा की आपके काफिले में अनुमति से अधिक गाड़ियां हैं, जिन पर कार्रवाई हो सकती है। इतने में ही चौबे ने अपना आपा खो दिया और गुस्से में बोले कि हिम्मत है तो ले चलो जेल। किसके आदेश से मेरी गाड़ी रोके हो?

बता दे कि बीजेपी ने बिहार के बक्सर से अश्विनी चौबे को उम्मीदवार बनाया गया है।