राज्य सभा के सभापति और उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू को पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली की पत्नी ने पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने पेंशन लेने से इंकार किया है। साथ ही यह भी कहा है कि यह पेंशन राज्य सभा के उन कर्मचारियों को दिया जाए जिन्हे इसकी बहुत आवश्यकता है और जिनकी सैलरी कम है। इस पत्र की एक कॉपी पीएम मोदी को भी भेजी गयी है।

पत्र में उन्होंने लिखा कि एक दिवंगत सांसद की पत्नी पेंशन की अधिकारी है और इसकी पेशकश के साथ जुड़े भावना को कमजोर करने का कोई इरादा नहीं है। खुद को अरुण जेटली ने चैम्पियन बनाया है। मैं माननीय संसद से अनुरोध करती हूँ कि इस पेंशन को संस्था के सबसे ज़रूरतमंद अर्थात राज्य सभा के चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों के कल्याण में उपयोग किया जाए जिनकी अरुण ने लगभग दो दशकों से सेवा की है। उन्होंने आगे कहा कि उन्हें लगता है कि अरुण ने भी यही चाहा होगा।

बता दें कि बीजेपी नेता अरुण जेटली का लंबी बीमारी के बाद 24 अगस्त 2019 को नयी दिल्ली के एम्स हॉस्पिटल में निधन हुआ था। बीजेपी के इस दिग्गज नेता के निधन के बाद “दिल्ली 4” का दौर समाप्त हो गया था। इसमें अरुण जेटली के अतिरिक्त सुषमा स्वराज, वेंकैया नायडू, अनंत कुमार शामिल थे। ये सभी लोग पार्टी संरक्षक लाल कृष्ण आडवाणी के समर्थक थे।