भारत अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक के बाद एक कामयाबी को हासिल कर रहा है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने अंतरिक्ष में मंगलवार को फिर एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। इसरो द्वारा प्रक्षेपित किये गए चंद्रयान- 2 (Chandrayaan-2) ने मंगलवार सुबह चांद की पहली कक्षा में सफलतापूर्वक प्रवेश कर लिया है। श्रीहरिकोटा से लॉन्चिंग के 29 दिन बाद चंद्रयान-2 ने आज सुबह 9 बजकर 30 मिनट पर चांद की कक्षा में प्रवेश किया।
इस बात की जानकरी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन द्वारा की गई है। ISRO ने ट्वीट कर बताया की #Chandrayaan2 ने 20 अगस्त 2019 को चांद की पहली कक्षा में सफलतापूर्वक प्रवेश किया है।
इसरो के वैज्ञानिकों की मानें तो चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश करने के बाद चंद्रयान-2 31 अगस्त तक चंद्रमा की कक्षा में परिक्रमा करता रहेगा। इस दौरान चांद की सबसे क़रीबी कक्षा तक पहुंचाने के लिए चार बार कक्षा बदली जाएगी। यानी 21, 28 और 30 अगस्त को तथा 1 सितंबर को और परिवर्तन करेगा। इसलिए 7 सितम्बर को चंद्रयान-2 चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंड करेगा।
Chandrayaan-2 की सफलता भारत के लिए एक बड़ी कामयाबी से कम नहीं है। इस मिशन को पूरा करने के लिए बड़ी मेहनत लगी है।यदि 7 सितम्बर को चंद्रयान-2 चांद की सतह पर सही सलामत उतर गया तो यह एक इतिहास हो जाएगा। इस मिशन की सफलता के बाद भारत, अमेरिका, चीन और रूस के बाद ऐसा करने वाला चौथा देश बन जाएगा।