2019 के लोकसभा चुनाव की तैयारियां तेजी से चल रही है जिसमे कौन सा उम्मीदवार  किस जगह से चुनाव लड़ने वाला है उसके लिए भी नामांकन शुरू हो रहा है इसी के चलते राजनीति में एक और खुलासा हो गया। जी हाँ समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लोक सभा चुनाव के लिए अपने विचार बदल दिए है। 2 साल पहले उन्होंने घोषणा की थी की वह 2019 के लोकसभा चुनाव में अपनी पत्नी डिंपल यादव को चुनाव में खड़ा नहीं करवाएंगे क्योंकि उस समय उन पर परिवारवाद का आरोप लगा था। लेकिन जैसे ही 2019  के लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे है तो उन्होंने अब यूटर्न ले लिया है।

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा शुक्रवार को अपने लोकसभा प्रत्याशियों की एक सूची जारी की गयी है। इस सूची में डिंपल यादव का नाम है। एक बार फिर से डिंपल यादव को उत्तर प्रदेश के कन्नौज से चुनाव लड़ाने का प्रयास किया जा रहा है।

जानकारी दे दे कि लगभग दो साल पहले उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव आप परिवारवाद का आरोप लगा था जिसके चलते उन्होंने कहा था की यदि हमारा परिवारवाद है, तो हम ही तय करते हैं कि हमारी पत्नी डिंपल यादव अगली बार चुनाव नहीं लड़ेंगी।

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में 24 सितंबर 2017 को अखिलेश यादव द्वारा यह बात एक सवाल के उत्तर में कही थी साथ ही उस समय अखिलेश यादव ने कहा था कि अब से उनकी पार्टी में परिवारवाद का कोई नमो निशान नहीं रहेगा। इतना ही नहीं अखिलेश ने बीजेपी पर परिवारवाद  का आरोप लगा दिया था। लेकिन २०१९ लोक सभा चुनाव आते ही उनका रुख बदल गया।

सबसे आश्चर्य वाली बात तो यह है की जो सूची अखिलेश यादव ने जारी की है उसमे खुद अखिलेश यादव का नाम शामिल नहीं है और यह भी जानकरी नहीं मिल सकी है की अखिलेश कहा से चुनाव लगने वाले है?