पाकिस्तान के द्वारा कुछ समय पहले ही आतंकी हमले को लेकर भारत को सूचित किया गया था। इस सूचना को अभी 48 घंटे ही हुए थे कि आतंकियों ने कश्मीर में हमले शुरू कर दिए। आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर 3 हमले किये। अनंतनाग में हुए हमले में सेना के एक मेजर शहीद हो गए हैं और दो अन्य हमलों में सुरक्षाबल के जवान जख्मी हुए हैं।

पाकिस्तान की ओर से भारत को आगाह किया गया था कि आतंकी अंसार गजावत उल हिंद के कमांडर जाकिर मूसा की मौत का बदला लेने के लिए सुरक्षाबलों पर हमला कर सकते हैं। पाकिस्तान ने इस सूचना को अमेरिका के साथ भी साझा किया था।

आतंकियों का पहला हमला अनंतनाग जिले के अचबल में हुआ था। यहाँ पर आतंकियों के छिपे होने की खबर मिलने पर सुरक्षाबलों ने तलाशी अभियान शुरू कर दिया था। जैसे ही आतंकियों को पता चला उन्होंने हमला बोल दिया। सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्यवाही की। आतंकियों के साथ इस मुठभेड़ में सेना के एक अधिकारी शहीद हो गए। जवानों ने एक आतंकी भी मार गिराया। इस हमले में 2 सेना के जवानों के घायल होने की भी सूचना है।

आतंकियों ने दूसरा हमला पुलवामा के अरिहल गाँव के पास किया। इस हमले में उन्होंने आईईडी का इस्तेमाल करके गश्ती लगा रहे सेना के काफिले को निशाना बनाया। आंतकियों के द्वारा किये गए इस विस्फोट में 9 जवानों के साथ 2 नागरिक भी घायल हो गए। अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार आतंकियों ने अरिहाल-लस्सीपोरा सड़क पर ईदगाह अरिहाल के पास 44 राष्ट्रीय राइफल्स के गश्ती दल को अपना निशाना बनाया था। हमले के तुरंत बाद सेना के जवान हरकत में आ गए और उन्होंने जवाबी कार्यवाही शुरू कर दी।

आतंकियों के द्वारा तीसरा हमला सीआरपीएफ की 180वीं बटैलियन के मुख्यालय पर ग्रेनेड फेंक कर किया गया था। ग्रेनेड से किये इस हमले में किसी के भी हताहत होने की खबर नही है। हमलावरों ने मुख्यालय में मौजूद जवानों पर हमला करने की कोशिश की, लेकिन ग्रेनेड कैंप के बाहर ही गिरकर फट गया।