ISRO मंगल और चांद के बाद अब सूरज पर करेगा फतह, जल्द शुरू होगा मिशन सूर्ययान

प्रतीकात्मक तस्वीर

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Rishabh Verma
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ISRO मंगल और चांद के बाद अब सूरज पर करेगा फतह, जल्द शुरू होगा मिशन सूर्ययान

चंद्रयान 2 अभियान पूर्ण करने के बाद अंतरिक्ष अनुसंधान केन्द्र इसरो अब सूर्य मिशन भेजने की तैयारी कर रहा है। आशा की जा रही है कि इसरो अगले साल की शुरुआत में सौर मिशन की शुरुआत कर देगा। सूरज से जुड़ी जानकारियों को इकट्ठा करने के लिए इस अभियान का नाम आदित्य-एल-1 रखा गया है।

आदित्य-एल-1 से संबंधित जानकारियाँ इसरो ने अपनी वेबसाइट पर भी शेयर की हैं। इसरो ने सौर मिशन के सम्बन्ध में बताते हुए यह प्रश्न भी किया है कि ‘सूरज का बाहरी परिमंडल (कोरोना) कैसे इतना गर्म हो जाता है, सौर भौतिकी में इसका उत्तर अब तक नहीं मिला है।’

बता दें कि यह भारत का पहला सौर मिशन होगा। इस अभियान से वैज्ञानिकों को सूर्य की बाहरी सतह कोरोना का अध्ययन करने में सहायता मिल सकेगी। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य यह पता लगाना है कि सूर्य के सतह का तापमान, 6000 कैलविन है लेकिन सूर्य की बाहरी परत कोरोना का तापमान 300 गुना अधिक क्यों है? हालाँकि कोरोना सूर्य की सतह से बहुत उपर होता है। जानकारी दे दें कि सूर्य की इस बाहरी परत को तेजोमंडल कहा जाता हैं। यह हजारों किलोमीटर तक फैली होती है।

पृथ्वी से 15 लाख किलोमीटर दूर लंग्राज बिंदु 1 अर्थात एल 1 के पास के हॉलो ऑर्बिट में आदित्य-एल1 को भेजा जाने वाला है। भारतीय सैटेलाइट आदित्य एल-1 इस स्थान से सूर्य को बिना किसी रूकावट के बहुत नज़दीक से देख सकेगा। श्रीहरिकोटा से PSLV-XL रॉकेट के जरिए आदित्य-L1 को लॉन्च किए जाने पर विचार चल रहा है।

इसरो प्रमुख के. सिवान ने इस बारे में  बताया कि आदित्य एल-1 सोलर मिशन के द्वारा हमें जलवायु परिवर्तन और सूर्य के तापमान के बारे में जानकारी मिल सकेगी। उन्होंने कहा है कि पृथ्वी से 1.5 मिलियन किमी की दूरी पर आदित्य-एल1 स्थित होगा। जहाँ से यह लगातार सूर्य की तरफ देखेगा। साथ ही सूर्य की बाहरी परत ‘तेजोमंडल’ का विश्लेषण भी देगा।

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