प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज से कुछ वर्षों पूर्व देश में स्वच्छता अभियान की शुरुआत की थी।इस अभियान में देश के नागरिकों ने बहुत बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था। पीएम मोदी की इस मुहीम के अंतर्गत देश के लगभग सभी छोटे बड़े शहर खुले में शौच की अभिशाप से मुक्त हो चुके है। अब इस बार पीएम मोदी ने "Single Use Plastic" का उपयोग बंद करने का फैसला लिया है। इस अभियान के शुरूआती दौर में लोग काफी बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे है। इस अभियान को देखते हुए रेलवे ने भी Single Use Plastic के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया है। अब रेलवे के 400 स्टेशन पर चाय और खाने का सामान मिट्टी से बने बर्तनों में मिलेगा।

खादी और ग्रामउद्योग के अनुसार रेलवे मिनिस्ट्री ने देश के 400 रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों को खाने-पीने का सामान मिट्टी से बने बर्तनों में मुहैया कराने का निर्णय किया है। रेलवे मिनिस्ट्री के इस निर्णय से कुम्हारों की आय भी बढ़ेगी एवं स्थानीय और पर्यावरण अनुकूल उत्पादों को भी बढ़ावा मिलेगा जिससे पर्यावरण प्रदूषण को रोकने में कुछ हद तक सफल हो सकते है।

खादी और ग्रामउद्योग ने रेलवे की पहल के पश्चात् कुम्हारों को 30000 इलेक्ट्रिक चाक देने का फैसला लिया है। खादी और ग्रामउद्योग मिट्टी से बने इन बर्तनों को रि-साइकल एवं डिस्पोज़ करने के लिए आवश्यक मशीन भी उपलब्ध करवाएगी। खादी और ग्रामउद्योग द्वारा दी जाने वाली 30000 इलेक्ट्रिक चाक देने से करीब 2 करोड़ कुल्हड़ और मिट्टी के सामान बनाए जाएंगे। अभी इस परियोजना को लागू होने में करीब 15 दिनों का समय लग सकता है।

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने रेल मंत्री पीयूष गोयल जी को पत्र लिख कर देश के रेलवे स्टेशनों पर मिट्टी के बर्तनों का उपयोग करने की गुज़ारिश की थी। जिसके बाद यूपी के वाराणसी और रायबरेली स्टेशन पर इस योजना का प्रयोग किया गया था। इस प्रयोग से प्लास्टिक के होने वाली समस्याओं से निपटने में काफी हद तक मदद मिल रही है।