दिल्ली के जामिया नगर और आसपास के इलाके में पिछले दिनों हुई हिंसा में कई बसें जला दी गई थीं। प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने चार बसों में आग लगा दी साथ ही साथ कई दूसरी गाड़ियों में भी तोड़-फोड़ की थी। इस हिंसा को भड़काने का आरोप AAP विधायक अमानतुल्लाह खान पर लगा था। यह आरोप कई भाजपा नेताओं ने लगाया था और उस दौरान का एक वीडियो भी शेयर किया था जिसमे वे मुसलमानों को भड़काते नजर आ रहे थे। अब इसी मामले में उनके ऊपर FIR होने कि बात सामने आ रही है।
अमानतुल्लाह खान पर सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप लगा है। गाजियाबाद के रहने वाले एक शख्स ने अमानतुल्लाह खान के विरूद्ध नागरिकता संशोधन कानून के विरूद्ध सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट शेयर करने के आरोप में एफआईआर दर्ज कराया है।
बता दें कि इस मामले में अमानतुल्लाह खान के विरुद्ध गाजियाबाद पुलिस स्टेशन में सूचना प्रौद्योगिकी (IT) अधिनियम और भारतीय दंड संहिता (IPC) की धाराओं के अंतर्गत
FIR लिखवाई गई है। बकौल FIR, यह बातें कही गई हैं कि "18 दिसंबर 2019 को अमानतुल्लाह खान ने मुस्लिम समुदाय को आर्थिक सहायता और नौकरी देने का आश्वासन दिया था। जिसके कारण मुस्लिम समुदाय के कुछ सदस्यों ने 20 दिसंबर को हिंसक विरोध प्रदर्शन में भाग लिया था। जिसमें दिल्ली समेत देश के अन्य क्षेत्रों में सरकारी और निजी संपत्तियों का नुकसान हुआ।"
गौरतलब है कि हिंसा में शामिल एक शख्स को अमानतुल्लाह खान ने बाद में पांच लाख की रकम दी और नौकरी दिलाने का भी वादा किया। ये पैसे उन्होंने दिल्ली वफ्फ बोर्ड की तरफ से दी जो दिल्ली साकार के अंतर्गत आता है जिसके मुखिया फिलहाल मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल हैं।