कमलेश तिवारी हत्याकांड में हत्या के आरोपियों की सहायता करने वालों की लिस्ट बहुत लंबी है। पुलिस इस मामले में आए दिन किसी न किसी को गिरफ्तार कर रही है। पुलिस ने अभी हाल में पेशे से वकील नावेद और उसके तीन साथियों को गिरफ्तार किया। खबर है कि एसटीएफ, एटीएस सहित तमाम जाँच एजेंसियों की नजर अब सौदागरन नाम के मोहल्ले पर है। मीडिया खबर के मुताबिक कादरी होटल से लेकर कई संगठन सक्रिय है, पुलिस जिनपर कार्रवाई करने हेतु उनके नाम और नंबर की लिस्ट तैयार कर रही है।
बीते दिनों नावेद की गिरफ्तारी के पश्चात् एटीएस मौलाना सैयद कैफी अली को भी गिरफ्तार कर चुकी है। इसके अतिरिक्त जाँच में जुटी टीम ने अशफाक का फोन ट्रेन में रखकर पुलिस को भ्रमित करने वाले कामरान को भी गिरफ्तार कर लिया है। अब इसी तरह के तमाम खुलासे होने के उपरांत जाँच टीमों ने सौदागरान मोहल्ले की प्रत्येक गति विधि पर नजर टिकाई हुई है।
जानकारी के अनुसार, ऐसे तमाम संगठन और मशहूर लोगों के नाम की सूची बनाकर खुफिया एजेंसियों ने उनके नंबर जुटाने शुरू किये हैं। यह भी कहा जा रहा है इन लोगों से पूछताछ में पुलिस उन नामों के बारे में पूछेगी, जिन्होंने बरेली में हत्यारों की सहायता की।
बता दें कि जाँच के दौरान कमलेश तिवारी हत्याकांड पूरा नया मोड़ लेता नजर आ रहा है। जाँच एजेंसियों की रडार पर इस मोहल्ले के अतिरिक्त एक नया कोड वर्ड भी मिला है, अभी तक जिसे ‘दाउद इब्राहिब’ की डी कंपनी से जुड़ा हुआ माना जा रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार जाँच एजेंसियों ने जाँच में कुछ फोन कॉल ट्रेस किया है। इस में प्रमोद नाम का खुलासा हुआ। हक़ीकत में प्रमोद नाम का शख्स मुस्लिम समुदाय का है जो देश से बाहर है और जाँच एजेंसियों से बचने के लिए हिंदू नाम का उपयोग कर रहा है।