सोमवार से सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या की राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद मामले की अंतिम दौर की सुनवाई आरंभ हो रही है। जिसकी वजह से अयोध्या को हाई अलर्ट पर रखा गया है। एक बड़ा फैसला लेते हुए प्रशासन ने अयोध्या में धारा 144 लागू कर दी है साथ ही जिले को किले में परिवर्तित कर दिया गया है।
Ayodhya District Magistrate, Anuj Kumar Jha: Decision to impose Section-144 also taken in consideration of upcoming festivals. https://t.co/LoQmPhPKMA
— ANI UP (@ANINewsUP) October 13, 2019
जिले में धारा 144 आने वाले 10 दिसंबर तक लागू रहेगी। दीपोत्सव, चेहल्लुम और कार्तिक मेले के समय निषेधाज्ञा लागू रहेगी और भारी मात्रा में जिले में सुरक्षाबलों को तैनात करने का फैसला किया गया है। जिसके चलते जिले में 18 अक्टूबर से सुरक्षाबलों की पहली खेप पहुंचनी शुरू हो जाएगी। जिसमे सीआरपीएफ, पीएसी, रैपिड एक्शन फोर्स की कंपनियों के जवान रहेंगे। इसके अतिरिक्त अयोध्या में रह चुके शीर्ष अधिकारियों को भी बुलाया जा रहा है।
जिला प्रशासन भी अयोध्या पर होने वाले फैसले को लेकर अलर्ट पर है। साथ ही फोर्स के लिए जिले के 200 स्कूलों को आरक्षित किया गया है जिसके लिए स्कूलों की लिस्ट जिला प्रशासन को सौंप दी गई है।
सुप्रीम कोर्ट सोमवार को राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद के पक्षकार की आखिरी दलील सुनना आरंभ करेगा। जिसमे आखिरी बार मुस्लिम पक्ष अपनी दलील पेश करेंगे और अगले 3 दिन हिंदू पक्ष अपनी बात रखेंगे।
बता दें कि इस मामले के कोर्ट के बाहर समझौते की बात भी समाप्त हो चुकी है। सुप्रीम कोर्ट फैसले की तारीख की घोषणा 17 अक्टूबर के बाद कर सकता है। दीपावली को देखते हुए प्रशासन जिले में शांति कायम रखने की तैयारी में लगा हुआ है। जब कि दोनों पक्ष एक दूसरे के सामने खड़े दिख रहे हैं।